राजस्थान चुनाव: कांग्रेस ने जारी की पहली लिस्ट, सरदारपुरा से गहलोत, टोंक से पायलट लड़ेंगे चुनाव
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरदारपुरा सीट से जबकि कांग्रेस की प्रदेश इकाई के प्रमुख सचिन पायलट टोंक से चुनाव लड़ेंगे। राज्य में सात दिसंबर को विधानसभा चुनाव होंगे।
सरदारपुरा से गहलोत, टोंक से पायलट लड़ेंगे चुनाव (फाइल फोटो) |
मैराथन बैठकों और गहन मंथन के बाद राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए जारी हुई कांग्रेस की पहली सूची में अशोक गहलोत, सीपी जोशी और सचिन पायलट सहित राज्य के तकरीबन सभी दिग्गज नेताओं के नाम हैं।
पार्टी की पहली सूची में 152 उम्मीदवारों के नाम हैं और ऐसा लगता है सभी गुटों, वर्ग और जातियों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश की गयी है।
कांग्रेस ने राज्य से ताल्लुक रखने वाले तकरीबन अपने सभी वरिष्ठ नेताओं को चुनावी रण में उतारा है। वैसे, गत बुधवार को ही पार्टी के संगठन महासचिव गहलोत ने स्पष्ट कर दिया था कि वह और पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता चुनाव लड़ेंगे।
इस सूची पर गौर करने से लगता है कि पार्टी आलाकमान ने मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी के विकल्प को भी व्यापक बनाए रखने का फैसला किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत अपनी वर्तमान एवं परंपरागत सीट सरदारपुरा से लगातार पांचवीं बार और वैसे छठी बार चुनाव लड़ेंगे। गहलोत चार बार इसी सीट से विधायक रहते हुए दो बार मुख्यमंत्री बने हैं।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट टोंक विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। इस सीट पर मुस्लिम और गुर्जर मतदाताओं की संख्या अच्छी-खासी है। माना जा रहा है कि इसी के चलते पायलट ने इस सीट को चुना है।
सचिन पायलट का ये पहला विधानसभा चुनाव होगा। इससे पहले वह दौसा से 2004 और अजमेर से 2009 में सांसद रह चुके हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी नाथद्वारा से चुनाव लड़ेंगे तो रामेर डूडी नोखा से उम्मीदवारी करेंगे। नाथद्वारा से सीपी जोशी चार बार पहले भी विधायक रह चुके हैं। हालांकि, इसी सीट पर वह 2008 में एक वोट से चुनाव हार गए थे। कहा जाता है कि इसी वजह वह मुख्यमंत्री पद से चूक गए थे।
वहीं, रामेर डूडी नोखा से चुनाव लड़ेंगे। वह इसी सीट से वर्तमान में विधायक और राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी हैं। डूडी बीकानेर से सांसद रह चुके हैं। इनके अलावा गिरिजा व्यास को भी उदयपुर से टिकट मिला है।
कांग्रेस की पहली सूची में पूर्व केंद्रीय मंत्री भँवर जितेंद्र सिंह का नाम नहीं है, हालांकि पहले उनके चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही थीं।
नरेंद्र बुडानिया, रघुवीर मीणा और हरीश चौधरी सहित पांच पूर्व सांसदों को टिकट दिए गए हैं।
पार्टी की ओर से दो मौजूदा सांसदों को मैदान में उतारा गया है, जिनमें मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद हरीश मीणा भी शामिल हैं। वह
देवली-उनियारा से चुनाव लड़ेंगे।
अजमेर के सांसद रघु शर्मा को केकड़ी से उम्मीदवार बनाया गया है।
भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक हबीबुर्रहमान को नागौर से मैदान में उतारा गया है। भाजपा द्वारा टिकट दिए जाने से मना करने पर उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया
था।
पांच और मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिए गए हैं। जिनमें मकराना से जाकिर हुसैन, पुष्कर से नसीम अख्तर, किशनपोल से अमीन कागजी, पोकरण से सालेह मोहम्मद और शीओ से अमीन खान शामिल हैं।
पार्टी ने तीन मौजूदा विधायकों टोडाभीम से घनश्याम मेहर, दांतारामगढ़ से नारायण सिंह और झाड़ोल से हीरालाल को टिकट देने से इनकार कर दिया।
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