राजस्थान : धौलपुर विधानसभा में उपचुनाव की दस्तक, चुनाव आयोग कर सकता है घोषणा

Last Updated 16 Jan 2017 10:34:34 AM IST

राजस्थान के धौलपुर विधानसभा क्षेत्र में अब उपचुनाव की दस्तक सुनाई देने लगी है. छह महीने में उपचुनाव कराने की बाध्यता के कारण सत्ताधारी भाजपा समेत कांग्रेस और बसपा ने अपनी सक्रियता बढा दी है.


(फाइल फोटो)

बसपा विधायक बीएल कुशवाह की सदस्यता खत्म होने के बाद धौलपुर विधानसभा सीट रिक्त हुई है.
   
धौलपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा जल्दी होने की संभावना है. इसे देखते हुए भाजपा ने राज्य सरकार के तीन साल पूरे होने के उत्सव के नाम पर अघोषित रूप से चुनावी बिगूल फूंक दिया है.
   
राजस्थान की धौलपुर विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी के विधायक बीएल कुशवाह को धौलपुर की जिला एवं सत्र अदालत ने आठ दिसंबर, 2016 को धौलपुर के चर्चित नरेश कुशवाह हत्याकांड में दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनायी है.

अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद में 13 दिसंबर को राजस्थान विधान सभा सचिवालय द्वारा बसपा विधायक बीएल कुशवाह की सदस्यता समाप्त कर दी गई.
   
राजस्थान विधानसभा द्वारा इस संबंध में चुनाव आयोग को सूचना दे दी गई है. संभावना है कि चुनाव आयोग धौलपुर में जल्दी ही उपचुनाव की घोषणा कर सकता है.
   
उपचुनाव के लिए सत्तारूढ़ भाजपा की तैयारियां तेजी से चल रही हैं. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की रियासत होने के कारण भाजपा के लिए धौलपुर की सीट हमेशा महत्वपूर्ण रही है. यही बजह है कि भाजपा धौलपुर विधानसभा सीट पर अपना परचम फहराना चाहती है.


   
भाजपा की ओर से धौलपुर के पूर्व विधायक अब्दुल सगीर खान, पूर्व विधायक शिवराम कुशवाह, वरिष्ठ सर्जन शिवचरण कुशवाह तथा राजकीय विधि महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्या डा. तलत फातिमा के नामों की चर्चा बतौर प्रत्याशी चल रही है. हालांकि, भाजपा संगठन और सरकार की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है.

उधर, कांग्रेस में उपचुनाव को लेकर उम्मीदों का बाजार गर्म है. पार्टी की ओर से कांग्रेस जिलाध्यक्ष अशोक शर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष दुर्गादत्त शास्त्री, पूर्व प्रवक्ता अमित मुदगल तथा धौलपुर अरबन कोऑपरेटिव बैंक के पूर्व चेयरमैन वीर शैलेन्द्र राणा के नाम चर्चाओं में शुमार हैं.
   
हाल के दिनों में नोटबंदी तथा राज्य सरकार की विफलताओं के नाम पर कांग्रेस द्वारा किए गए प्रदर्शनों के माध्यम से पार्टी ने उपचुनाव में अपनी रुचि स्पष्ट कर दी है.
   
उपचुनाव में टिकट की दौड़ में बसपा की कोशिश अपनी सीट को बरकरार रखने की है. बसपा संगठन स्तर पर कई बैठक कर चुकी है. बसपा अयोग्य घोषित किए गए धौलपुर विधायक बीएल कुशवाह के ही किसी परिजन को चुनावी समर में उतारने का मन बना चुकी है.
   
इस संबंध में बीएल कुशवाह के गांव में पार्टी की एक जनसभा में बसपा के प्रदेश अध्यक्ष सुमरत सिंह ने इस बात के संकेत दिए थे. बसपा दलित और कुशवाह गठजोड़ से धौलपुर सीट को अपने खाते में ही बनाए रखने में जुटी है.

भाषा


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