जैसलमेर: सम के धोरों में प्रीपेड सफारी
स्वर्णनगरी जैसलमेर के जिला प्रशासन ने सम के धोरों (बालू मिट्टी के ढेर) पर प्री-पेड कैमल सफारी का निर्णय लिया है.
फाइल फोटो |
स्वर्णनगरी जैसलमेर के जिला प्रशासन ने सम के धोरों (बालू मिट्टी के ढेर) पर कैमल सफारी (ऊंट सफारी) के नाम पर सैलानियों के साथ होने वाले अभद्र व्यवहार को रोकने के लिए प्री-पेड कैमल सफारी का निर्णय लिया है.
पर्यटन अधिकारी खेमेन्द्र जाम ने बताया कि ऊंट संचालकों का पंजीकरण किया जा रहा है और पंजीकृत संचालक ही पर्यटकों को कैमल सफारी पर ले जा सकेंगे. उन्होंने बताया कि कैमल सफारी का मार्ग तय कर दिया गया है और पर्यटकों को सफारी का पहले ही भुगतान करना होगा.
पुलिस अधीक्षक डॉ राजीव पचार ने बताया कि सैलानी के साथ अभद्र व्यवहार होने पर ऊंट चालक के खिलाफ शिकायत की जा सकेगी और पुलिस मामले की जांच करेगी.
पर्यटन उद्योग से जुडे दलपत सिंह तंवर ने बताया कि जैसलमेर आने वाला सैलानी सम के मखमली धोरों पर कैमल सफारी का लुत्फ उठाने पहुंचता है. ऊंट चालक पर्यटकों से मनमाने मूल्य वसूल करते हैं, जिससे पर्यटक परेशान होते हैं.
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