पाली, जसौल और सांगानेर में रंगाई छपाई प्रदूषण की समस्या शीघ्र सुलझेगी

Last Updated 28 Sep 2015 03:28:24 PM IST

केन्द्रीय कपड़ा राज्यमंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि पाली, जसौल और सांगानेर में सात टैक्सटाइल पाकरे की स्थापना को शीघ्र मंजूरी दी जाएगी.


फाइल फोटो

केन्द्रीय कपड़ा राज्यमंत्री संतोष गंगवार ने सोमवार को जयपुर में कहा कि पाली, जसौल और सांगानेर में रंगाई छपाई उद्योगों से प्रदूषण

फैलने की समस्या शीघ सुलझने के साथ सात टैक्सटाइल पाकरे की स्थापना को शीघ्र मंजूरी दी जाएगी.
  
अन्तर्राष्ट्रीय वस प्रदर्शनी वसा के उद्घाटन अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए श्री गंगवार ने कहा कि रंगाई छपाई उद्योगो से होने वाले प्रदूषण को

रोकने के लिए सबसे पहले के राज्य में बालोतरा का चयन किया गया था तथा अब पाली, जसौल और सांगानेर की समस्या भी सुलझायी जायेगी.
  
उन्होंने राज्य में सात टैक्सटाइल पार्क शीघ्रस्वीकृत करने का आासन देते हुए कहा कि इनसे काफी लोगो को रोजगार हासिल होगा. उन्होंने कहा कि एक पार्क के लिए लागत का चालीस प्रतिशत या अधिकतम 40 करोड़ रुपये स्वीकृत होता है.
 
टैक्सटाइल मंत्रालय के अधीन कौशल विकास केन्द्रों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य की कोई सरकारी एजेंसी इस काम के लिए आगे आयेगी तो इसकी शीघ स्वीकृति दी जायेगी. उन्होंने कहा कि कौशल विकास केन्द्र को प्रति व्यक्ति दस हजार रुपये दिये जाते है.

श्री गंगवार ने पिछली कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि पंचवर्षीय योजना का कुछ भी पैसा खर्च नहीं किया गया लेकिन दो अढाई वर्ष बाद भाजपा सरकार आने पर इसमें गति आयी. उन्होंने कहा कि राजस्थान प्रदूषण से निजात दिलाने के प्रयास करने वालों में सबसे आगे है.
 
उन्होंने भीलवाड़ा जिले के सोनियाना में 230 एकड़ में पावरलूम पार्क शीघ्र खोलने की चर्चा करते हुए कहा कि कामगारों के लिए यह अच्छा स्थान होगा.
 
टैक्सटाइल मंत्रालय को जमीन बेचने वाले मंत्रालय के रुप में जानने की चर्चा करते हुए कहा कि भारतीय टैक्सटाइल निगम की जमीनें बेचने के कारण यह मंत्रालय बदनाम हुआ था लेकिन अब इसकी यह पहचान बदल रही है.
 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भीलवाड़ा की चर्चा करते हुए कहा कि चम्बल का पानी पहुंचने से पावरलूम उद्योग की समस्या का समाधान हो जायेगा.

उन्होंने आगामी दिसम्बर में आयोजित होने वाले हेरिटेज उत्सव की चर्चा करते हुए कहा कि कोटा डोरिया एवं आदिवासी समाज द्वारा निर्मित वसों का इसमें प्रदर्शन

किया जायेगा.
 
श्रीमती राजे ने कहा कि राज्य में कई चुनावों के कारण सरकारी मशीनरी चुनावों में ही व्यस्त रही लेकिन अब विकास के काम शुरु हो गये है.

सोमवार से शुरु हुए तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय वस प्रदर्शनी में 54 देशों के 227 वस व्यापारी भाग ले रहे है। इनमें चीन, इंग्लैण्ड, फ्रांस, जर्मनी, न्यूजीलैंड, पोलैंड, स्विजरलैण्ड, जापान, ताइवान, पुर्तगाल शामिल है.

ग्यारह राज्यों के वसा निर्माताओं ने भी अपने वसों एवं वसा उद्योग से जुड़ी वस्तुओं का प्रदर्शन किया है.
  
इस अवसर पर टैक्सटाइल उद्योग से जुड़े विषयों पर मंगलवार संगोष्ठी भी आयोजित की जाएगी. तीनों दिन फैशन शो भी होंगे.
 



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