प्रवीण तोगडिया मुसलमानों के खिलाफ दिये विवादित बयान पर कायम

Last Updated 21 Jul 2014 04:03:47 PM IST

विहिप पदाधिकारी डा प्रवीण तोगडिया पिछले वर्ष मुज्जफरनगर दंगों के संदर्भ में मुसलमानों के खिलाफ दिये अपने विवादित बयान पर कायम हैं.


प्रवीण तोगडिया (फाइल फोटो)

और यह इसलिये जरूरी है क्योंकि आज देश का हिंदू सुरक्षित नहीं है.

डा तोगडिया ने सोमवार को पिंक सिटी प्रेस क्लब में संवाददाताओें से बातचीत में कहा ‘‘हमें जो कहना था कहा, हमने जो कहा वह सोच समझकर कहा, हमारे कहने का मतलब स्पष्ट है कि भारत में हिंदुओं पर हाथ नहीं डाल सकते. अमरनाथ यात्री पर पत्थर पडेगा तो देश का हिंदू मौन नहीं रह सकता. मैंने जो कहा उस पर कायम हूं. और जिन्हें जो सन्देश देना था वो दिया. तोगडिया ने इंदौर में दिये गये विवादित बयान पर पूछे गये सवाल के जवाब में यह सब कुछ कहा.

तोगडिया ने कहा कि ‘‘यदि अमरनाथ के शांत तीर्थयात्रियों पर हमला किया गया तो हिंदू शांत नहीं बैठेगा, ऐसा कहकर मैने किसी को हिंसा के लिये नहीं उकसाया है.’’

उन्होंने कहा कि मुज्जफरनगर में पिछले वर्ष हिंदुओं की लडकियों से कथित दुष्कर्म की घटनाओं, हाल ही में अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमलों, 2002 में गोधरा के रेलवे स्टेशन पर 57 लोगों के मारे जाने के कारण तनाव बढा और इसी कारण देश का हिंदू सुरक्षित नहीं है.

तोगडिया ने कहा, ‘‘जब कोई मुस्लिम अजमेर में दरगाह जाता है उन पर कोई हमला नहीं होता लेकिन जब कोई हिंदू अमरनाथ जाता है तो उस पर पत्थर फेंका जाता है, इन्हीं कारणों से हिन्दुओं की सुरक्षा को लेकर चिंता होती है.’’

तोगडिया ने कहा कि देश में किसी भी मुस्लिम के मरने पर हल्ला हो जाता है लेकिन गुजरात के गोधरा की घटना पर कोई नहीं बोलता. यह और कुछ नहीं सिर्फ इस्लामिक आंतकवाद को बढावा देना है. अमरनाथ यात्रा और गोधरा रेलवे स्टेशन उनकी धर्मनिरपेक्षता है.

तोगडिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन पर पूछे गये सवाल के जवाब में कहा कि ऐसे प्रश्नों का उत्तर केवल मोदी से ही पूछा जाये क्योंकि वे (तोगडिया) उनके प्रवक्ता या प्रतिनिधि के रूप में नहीं आयें हैं. हांलाकि उन्होंने आशा व्यक्त की कि देश में अच्छे दिन आयेंगे.

उन्होंने कहा कि देश के बटवारे के समय भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री के बीच हुये समझौते के तहत दोनों देश एक दूसरे के देश में अल्पसंख्यक और हिन्दुओं की रक्षा के लिये वचनबद्ध है लेकिन जब पडोसी देश हिन्दुओं की रक्षा करने में विफल हेाता है तो भारत की सरकार को उन पर हो रहे अत्याचार और सुरक्षा के प्रयास करने चाहिये.

उन्होंने कहा कि वे वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रताप वैदिक की पाकिस्तान यात्रा का स्वागत करते है यदि उनकी यात्रा लश्कर-ए-तैयाबा के मुखिया हाफिज सईद को भारत लाने और उसे सजा दिलाने के मकसद की गई होती.

शंकराचार्य द्वारा शिरडी के साई बाबा मंदिर में हिंदुओं की पूजा पर दी गई विवादित टिप्पणी पर तोगडिया ने कहा कि शंकराचार्य सनातन वैदिक परंपरा के आचार्य है और विहिप को इस बारे में कुछ भी नहीं कहना है.

उन्होने कहा कि आगामी अगस्त में जन्माष्टमी के अवसर पर विहिप की स्थापना को पचास वर्ष पूर्ण होने जा रहे है. स्थापान के पचास वर्ष पर आयोजित स्वर्णजयंती महोत्सव के दौरान वे सुरक्षा, समृद्धि और स्वाभिमान दिलाने का संकल्प जन जन तक ले जायेंगें.

तोगडिया ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण, लाखों भूखे लोगों को खाने की व्यवस्था और रोजगार के लिये आने वाले दिनों में विहिप योजना का हिस्सा है.




 



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment