शिवसेना (उबाठा) के नेता संजय राउत ने महिलाओं के खिलाफ अपराध की हालिया घटनाओं को लेकर शनिवार को महाराष्ट्र सरकार पर तीखा हमला बोला और मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस पर राज्य की कानून-व्यवस्था पर ध्यान न देने का आरोप लगाया।

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राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राज्य में कानून का कोई डर नहीं बचा है। उन्होंने आरोप लगाया कि फडणवीस के नेतृत्व वाला गृह विभाग "असंवेदनशील तरीके से" काम कर रहा है।
राज्यसभा सदस्य सतारा में एक महिला चिकित्सक की आत्महत्या और मुंबई में 24 वर्षीय युवती की उसके पूर्व प्रेमी द्वारा हत्या किए जाने के मामलों को लेकर यह टिप्पणी की।
उन्होंने कहा, "देवेन्द्र फडणवीस ने राज्य में कानून-व्यवस्था और महिलाओं सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया है। उनका ध्यान विपक्ष के साथ राजनीति करने और उसके खिलाफ पुलिस तंत्र का इस्तेमाल करने पर है।"
सतारा जिले के एक सरकारी अस्पताल में कार्यरत एक महिला चिकित्सक ने गुरूवार को आत्महत्या कर ली थी। चिकित्सक ने अपनी हथेली पर सुसाइट नोट लिखा था, जिसमें उसने एक पुलिस उप-निरीक्षक पर बलात्कार और एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था।
शुक्रवार को एक अन्य घटना में, मध्य मुंबई में 24 वर्षीय व्यक्ति ने अपनी पूर्व प्रेमिका का पीछा करके उसे सड़क पर चाकू मार दिया और फिर खुद का गला काटकर आत्महत्या कर ली।
राउत ने दावा किया कि ऐसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं और गृह विभाग "असंवेदनशील तरीके" से काम कर रहा है।
उन्होंने कहा, "ऐसी घटनाएं होती रहती हैं।" उन्होंने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रश्मि शुक्ला का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य में एक महिला पुलिस महानिदेशक होने के बावजूद यह स्थिति है।
राउत ने कहा कि गृह विभाग "अजगर की तरह बेसुध पड़ा है", और सरकार का प्रशासन पर कोई नियंत्रण नहीं है।
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