राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि भारत महिला सशक्तीकरण से महिला-नेतृत्व वाले विकास की ओर बढ़ रहा है।

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राष्ट्रपति मुर्मू ने कटक में रेवेनशॉ विश्वविद्यालय के 13वें वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि इस वर्ष विश्वविद्यालय के 27 विभागों में से 21 में छात्राओं ने अपने पुरुष सहपाठियों से बेहतर प्रदर्शन किया है, जो इसका प्रमाण है।
मुर्मू ने कहा, ‘‘पिछले पांच वर्षों में, संस्थान में छात्राओं ने पढ़ाई के मामले में लगातार छात्रों से बेहतर प्रदर्शन किया है। स्नातकोत्तर स्तर पर, टॉप करने वाली छात्राओं की संख्या छात्रों की तुलना में साढ़े तीन गुना से भी अधिक है। यह दर्शाता है कि भारत महिला सशक्तीकरण से महिला-नेतृत्व वाले विकास की ओर बढ़ रहा है।’’
उन्होंने स्नातक छात्रों को सलाह दी कि वे नौकरी चाहने वाले नहीं, बल्कि नौकरी प्रदाता बनें। उन्होंने छात्रों से कहा, ‘‘अगर आप चाहें, तो उद्यमी बन सकते हैं और अपना खुद का उद्यम स्थापित कर सकते हैं।’’
राष्ट्रपति ने कहा कि यह संस्थान 1868 में अपनी स्थापना के बाद से ही महान बौद्धिक विकास और सामाजिक सक्रियता का केंद्र रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘अब यह संस्थान रेवेनशॉ विश्वविद्यालय के रूप में विकसित हो गया है, जो एक आधुनिक शैक्षणिक संस्थान है जो अनुसंधान, नवाचार और समावेशिता में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह शैक्षणिक उत्कृष्टता की अपनी समृद्ध विरासत को आगे बढ़ा रहा है।’’
राष्ट्रपति ने चार प्रतिष्ठित हस्तियों को विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदान के लिए मानद उपाधियां प्रदान कीं।
मानद उपाधि प्राप्त करने वालों में परमाणु ऊर्जा विभाग के सचिव अजीत कुमार मोहंती, पर्यावरणविद् साबरमती, ओडिशा के पहले ब्रेल प्रेस के संस्थापक बिजय कुमार रथ और कटक के सांसद भर्तृहरि महताब शामिल हैं।
कार्यक्रम में, विश्वविद्यालय ने 4,839 स्नातक उपाधियां, 2,935 स्नातकोत्तर उपाधियां, 19 एमफिल उपाधियां और 158 डॉक्टरेट उपाधियां प्रदान कीं। कुल 176 छात्रों को स्वर्ण पदक प्राप्त हुए।
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यबंशी सूरज उपस्थित थे।
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