जम्मू कश्मीर में स्वतंत्रता दिवस पर मना 'जश्न-ए-डल' कार्यक्रम, उपराज्यपाल ने जनभागीदारी बढ़ाने का किया आह्वान
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए डल झील के तट पर नेहरू पार्क में आयोजित जश्न-ए-डल कार्यक्रम में शिरकत की।
![]() मनोज सिन्हा |
उपराज्यपाल ने ईकोलॉजिकल हेरिटेज के संरक्षण और इससे जुड़े पांच प्रस्तावों का सुझाव दिया।
यह देखते हुए कि जनसंख्या में वृद्धि से जल संसाधनों का अतिक्रमण और गिरावट हुई है, उपराज्यपाल ने जोर देकर कहा कि जनभागीदारी, प्रभावी समन्वय, अतिक्रमण विरोधी अभियान, अगले पांच वर्षो की अल्पकालिक योजना और 25 वर्षो की दीर्घकालिक योजना होगी। हमारी झीलों और नदियों के पिछले गौरव को बहाल करना जरूरी है।
उपराज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तालाबों, नदियों, झीलों को पुन बहाल करने के लिए आजादी का अमृत महोत्सव के तहत मिशन अमृत सरोवर शुरू किया, जो समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और हमारे अस्तित्व के लिए जरूरी हैं।
उन्होंने कहा, "जन भागीधारी की शक्ति ने हमारे प्रतिष्ठित जल निकायों में और उसके आस-पास की स्वच्छता में स्पष्ट परिवर्तन किए हैं। अब जनता का ध्यान गिलसर और खुशालसर झील के कायाकल्प की ओर हो गया है।"
जम्मू कश्मीर की समृद्ध संस्कृति का प्रतिनिधित्व करने वाली शिकारा रैली आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आयोजित जश्न-ए-डल उत्सव का मुख्य आकर्षण रही।
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