नेशनल कांफ्रेंस के नेता ने कहा: पाकिस्तानी झंडा लहराने में कोई बुराई नहीं
नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता मुस्तफा कमाल ने बुधवार को यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि कश्मीर में पाकिस्तान का झंडा लहराने में कुछ भी गलत नहीं है.
नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता मुस्तफा कमाल (फाइल फोटो) |
हालांकि उनके भतीजे और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पार्टी ‘इन विचारों का समर्थन नहीं करती.’ कश्मीर में पाकिस्तानी झंडा लहराने की लगातार हो रही घटनाओं को लेकर उठे विवाद के बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के भाई कमाल ने सवाल किया कि केंद्र सरकार इसे लेकर क्यों ‘परेशान’ है और कहा कि भारत को पड़ोसी देश के झंडे का ‘सम्मान’ करना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान का झंडा फहराने से क्या अंतर आता है? भारत सरकार अब बेचैन हो रही है, ज्यादा परेशान हो रही है. ऐसा जानबूझकर किया जा रहा है.’’
राज्य की विपक्षी पार्टी के अतिरिक्त महासचिव ने श्रीनगर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह झंडा एक आजाद देश पाकिस्तान का है. भारत को इसका सम्मान करना होगा. भारत और पाकिस्तान दोनों संयुक्त राष्ट्र के घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर कर चुके हैं और दोनों को एक दूसरे के झंडे का सम्मान करना होगा. पाकिस्तानी झंडा केवल कपड़े का एक टुकड़ा नहीं है, जम्मू-कश्मीर का झंडा महज केवल कागज का टुकड़ा नहीं है, भारत का झंडा केवल कागज का टुकड़ा नहीं है, सब के साथ सम्मान जुड़ा है.’’
कमाल की यह टिप्पणी कश्मीर में अलगाववादियों द्वारा लगातार रैलियों में पाकिस्तानी झंडे लहराने की घटनाओं को लेकर शुरू हुए विवाद के बीच आयी है. इन घटनाओं से केंद्र सरकार बेचैन है क्योंकि भाजपा पीडीपी नेतृत्व वाली जम्मू-कश्मीर सरकार की सहयोगी है.
उमर ने कहा कि इस तरह की टिप्पणियां शर्मिंदगी पैदा करती हैं और खासकर ऐसे इंसान को ऐसा नहीं कहना चाहिए जो पूर्व में विधायक और मंत्री रह चुके हैं.
उन्होंने एनडीटीवी से कहा, ‘‘ये मुस्तफा कमाल के निजी विचार हैं. पार्टी इन विचारों का समर्थन नहीं करती.’’
उमर ने पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तानी झंडे लहराने की घटनाएं बढ़ने की बात मानते हुए कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह भाजपा और पीडीपी के साथ आने के खिलाफ लोगों की प्रतिक्रिया का एक हिस्सा हैं. जम्मू-कश्मीर के लोगों को इस गठबंधन को स्वीकारने में मुश्किल हो रही है.’’
वहीं राज्य के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने कमाल की टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि ‘इस तरह के लोग’ मीडिया में चर्चा पाने के लिए इस तरह की टिप्पणियां करते रहते हैं.
इससे पहले कमाल ने अपनी टिप्पणियों में केंद्र सरकार को भी घेरते हुए कहा था, ‘‘केंद्र सरकार भी जिम्मेदारी से पल्ला नहीं झाड़ सकती. इस तरह की चालें भारत में गैर मुस्लिमों के दिलों में मुस्लिमों खासकर जम्मू-कश्मीर के लोगों के खिलाफ नफरत पैदा करने के लिए चली जा रही हैं.’’
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