भारतीय संस्कृति को अपमानित करने से बाज नहीं आ रहे इंडी गठबंधन के नेता : सुधांशु त्रिवेदी

Last Updated 17 Apr 2024 04:44:58 PM IST

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने ममता बनर्जी, राहुल गांधी और अखिलेश यादव सहित विपक्षी इंडिया गठबंधन के तमाम नेताओं पर बड़ा हमला बोला है।


भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा है कि भारत और पूरी दुनिया में रामनवमी का अद्भुत पर्व मनाया जा रहा है। लेकिन, इंडी गठबंधन के नेता भारत और भारतीय संस्कृति को अपमानित करने से बाज नहीं आ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि नवरात्रि में मां सिद्धिदात्री के पूजन के साथ अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहली रामनवमी है। इस अवसर पर एक ओर जहां अयोध्या में रामलला का सूर्य तिलक किया गया है, वहीं दूसरी तरफ इंडी गठबंधन के नेता भारत और भारतीय संस्कृति को अपमानित और लज्जित करने से बाज नहीं आ रहे हैं।

सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस अवसर पर शांति बनाए रखने की अपील कर रही हैं। मतलब वह इस पर्व को अशांति से जोड़कर इसका अपमान कर रही हैं। वह एक बार फिर से भारतीय संस्कृति और सनातन संस्कृति को अपमानित करने का प्रयास कर रही हैं।

राहुल गांधी और अखिलेश यादव की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं को उत्तर प्रदेश की सीमा गाजियाबाद से गाजीपुर तक ही क्यों नजर आई? गौतमबुद्ध नगर से कुशीनगर तक क्यों नहीं नजर आई, सहारनपुर से बलिया तक नजर क्यों नहीं आई? दोनों नेताओं में से कोई भी उत्तर प्रदेश से लोकसभा चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। 2019 में अमेठी से हारने के बाद राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश को छोड़ दिया था और उनकी माता सोनिया गांधी ने चुनाव का बिगुल बजने से पहले ही राज्यसभा का रास्ता अपनाकर यूपी को छोड़ दिया। अखिलेश यादव भी उत्तर प्रदेश से चुनाव नहीं लड़ पा रहे हैं क्योंकि सबको पता है कि आएगा तो मोदी ही।

उन्होंने राम मंदिर को लेकर सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव के बयान को सनातन विरोधी बयान बताते हुए कहा कि सूर्य तिलक के वैज्ञानिक अवसर को पाखंड कहना सनातन के प्रति उनकी अवमानना की भावना को दर्शाता है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी और अखिलेश यादव की ओर से इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर उठाए गए सवाल पर सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि भारत के इतिहास में यह शायद पहली बार हो रहा है कि जिन लोगों ने इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए सैकड़ों करोड़ रुपए लिए हैं, वो ही इसको घोटाला कह रहे हैं। इसके जरिए वह पैसे ले भी रहे हैं और आलोचना भी कर रहे हैं। देश की जनता इसे समझ रही है।

आईएएनएस
नई दिल्ली


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