Delhi School Closed: दिल्ली की हवा हुई और जहरीली, केजरीवाल सरकार का ऐलान- अगले दो दिन 5वीं कक्षा तक स्कूल रहेंगे बंद

Last Updated 03 Nov 2023 09:50:36 AM IST

धुंध भरे मौसम और हवा की धीमी गति के कारण दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता शुक्रवार को भी 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी हुई है। वहीं आज दिल्ली के कई इलाकों में AQI 400 के पार पहुंच गया है।


Delhi Air Pollution: राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने दो दिन स्कूल बंद का आदेश जारी किया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर लिखा, 'दिल्ली के सभी सरकारी और निजी प्राथमिक विद्यालय नर्सरी से लेकर कक्षा पांच तक के स्कूल अगले 2 दिनों तक बंद रहेंगे'

 

शिक्षा निदेशालय ने कहा है कि 3 और 4 नवंबर को प्री स्कूल, प्री प्राइमरी और प्राइमरी स्कूल यानी नर्सरी से लेकर क्लास पांच तक के छात्राओं के लिए स्कूल बंद रहेंगे लेकिन ऑनलाइन क्लासेज जारी रहेंगी।

दिल्लीवासियों की सुबह धुंध भरी रही और दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता शुक्रवार को 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई। प्रदूषण के कम करने के लिए दिल्ली में पानी का छिड़काव किया जा रहा है।

 

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, "... आज से दिल्ली में ग्रेप 3 के नियम लागू कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि ये सोचना गलत है कि दिल्ली सरकार प्रदूषण कम कर सकती है।

 

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में, आनंद विहार में एक्यूआई 500 पर पीएम 2.5 और पीएम 10 के साथ 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया, जबकि एनओ2 76 पर 'संतोषजनक' स्तर पर और सीओ 113 पर 'मध्यम श्रेणी' में दर्ज किया गया।

बवाना में, पीएम 2.5 500 तक पहुंच गया, जबकि पीएम 10 499 पर था, दोनों 'गंभीर' श्रेणी में थे, जबकि सीओ 113 पर, 'मध्यम' श्रेणी में और एनओ2 34 पर, 'संतोषजनक' स्तर पर दर्ज किया गया था।

दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) के स्टेशन ने पीएम 10 को 'गंभीर श्रेणी' के तहत 500 पर दर्ज किया, जबकि पीएम 2.5 को 'बहुत खराब' श्रेणी के तहत 376 पर दर्ज किया गया। यूनिवर्सिटी में सीओ 110 पर था और एनओ2 'मध्यम' श्रेणी के तहत 103 पर पहुंच गया।

इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे पर हवा की गुणवत्ता पीएम 2.5 500 और पीएम 10 484 के साथ 'गंभीर' श्रेणी में था, जबकि सीओ 104 तक पहुंच कर 'मध्यम' श्रेणी में था और एनओ2 'संतोषजनक' श्रेणी के तहत 37 तक पहुंच गया था।

आईटीओ पर पीएम 2.5 468 दर्ज किया गया, जो इसे 'गंभीर' श्रेणी में रखता है और पीएम 10 409 तक पहुंच गया, जो इसे 'गंभीर' श्रेणी में रखता है। शुक्रवार की सुबह एनओ2 148 पर था और सीओ 110 पर दर्ज किया गया, दोनों 'मध्यम' श्रेणी में थे।

लोधी रोड पर, पीएम 2.5 सांद्रता के साथ एक्यूआई 'गंभीर' श्रेणी के तहत 464 पर था और सीओ 'मध्यम' श्रेणी के तहत 113 पर पहुंच गया।

दिल्ली के पड़ोसी शहरों नोएडा का एक्यूआई 388 था और पीएम 10 की सांद्रता 377 थी, दोनों 'बहुत खराब' श्रेणी के अंतर्गत थे, गुरुग्राम का एक्यूआई 'बहुत खराब' श्रेणी के अंतर्गत 350 और पीएम 10 की सघनता 233 'खराब' श्रेणी के अंतर्गत दर्ज की गई थी।



शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है।


एनजीटी ने दिल्ली की खराब हवा के मनोवैज्ञानिक प्रभाव की जांच करने की जरूरत पर जोर दिया

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने कहा है कि दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में गिरावट के मनोवैज्ञानिक पहलू की जांच करने की जरूरत है और केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय सहित विभिन्न सरकारी अधिकारियों और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक से जवाब मांगा है।

एनजीटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि मानव शरीर के विभिन्न अंगों, विशेष रूप से मस्तिष्क और भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक पहलुओं को प्रभावित करने वाले वायु प्रदूषकों के प्रतिकूल प्रभावों को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त उपायों की जरूरत है।

न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल और विशेषज्ञ सदस्य ए. सेंथिल वेल की एनजीटी पीठ ने कहा कि न्यायाधिकरण ने पहले 20 अक्टूबर की एक मीडिया रिपोर्ट के आधार पर दिल्ली में वायु प्रदूषण का मुद्दा उठाया था। हालांकि, इसने बताया कि संबंधित विशिष्ट मुद्दा मस्तिष्क सहित शरीर के विभिन्न अंगों पर प्रभाव की अलग से जांच करने की जरूत है।

एनजीटी ने वायु प्रदूषण का कारण बनने वाले विभिन्न रासायनिक और भौतिक घटकों और मानव शरीर के विभिन्न अंगों पर उनके प्रतिकूल प्रभावों के व्यापक मुद्दे को भी मान्यता दी। इसने केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद, एम्स और दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग सहित कई सरकारी अधिकारियों को नोटिस जारी किया।

इन अधिकारियों को 11 दिसंबर को होने वाली अगली सुनवाई से पहले एनजीटी के समक्ष जवाब दाखिल करना होगा।

समय लाइव डेस्क/एजेंसी
नई दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment