दिल्ली में अभी तक कोरोना से 26 हजार संक्रमित, 708 की मौत

Last Updated 05 Jun 2020 10:43:14 PM IST

बीते 24 घंटे के दौरान दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित 1330 नए रोगी सामने आए हैं। दिल्ली में कोरोना वायरस से अभी तक 26 हजार से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं।


दिल्ली में कोरोना वायरस

दिल्ली सरकार ने कोरोना से मरने वाले 58 नए रोगियों की संख्या जारी की है। जिसके बाद दिल्ली में अभी तक कोरोना वायरस से मरने वालों की कुल संख्या 708 पहुंच गई है।

शुक्रवार रात दिल्ली सरकार ने अपने आधिकारिक बुलेटिन में कहा, "इन 58 व्यक्तियों में से 25 व्यक्तियों की मृत्यु 3 जून को हुई है। जबकि शेष 33 व्यक्तियों की मृत्यु 4 मई से 2 जून के बीच अलग-अलग दिनों में हुई है। कोरोना वायरस से संक्रमित हुए कुल रोगियों की संख्या 26,334 हो गई है। "

दिल्ली में फिलहाल कोरोना के 15311 एक्टिव रोगी है जबकि अभी तक 10315 कोरोना रोगी स्वस्थ हो चुके हैं। इसके साथ ही दिल्ली में कोरोना हॉटस्पॉट की संख्या की संख्या भी बढ़कर 154 हो गई है।

दिल्ली सरकार ने 10,255 कोरोना पॉजिटिव रोगियों को उनके घर में ही आइसोलेशन में रखा है। दिल्ली सरकार के मुताबिक इन व्यक्तियों का उपचार इन्हें घर में रखकर ही किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम दिन में दो बार इन लोगों से संपर्क कर दवाई एवं खानपान संबंधी निर्देश देती है। सभी को घरों के अंदर आइसोलेशन में रहने को कहा गया है। इस दौरान यह लोग फोन के माध्यम से डॉक्टरों के संपर्क में रहेंगे।

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा "जितने लोगों को कोरोना हो रहा है, उसमें ज्यादातर लोगों में कोई लक्षण नहीं दिख रहा है या उनको इतना मामूली लक्षण हल्की खांसी या बुखार हो रहा है और वे अपने घर पर ही इलाज करा रहे हैं।"

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में अभी कोरोना रोगियों के लिए पर्याप्त बेड उपलब्ध हैं इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। कोरोना केस इतने बढ़ने नहीं चाहिए और यह चिंता का विषय है। हम भी नहीं चाहते हैं कि केस बढ़े। कोरोना के अधिकतर मरीज अपने घर पर ही ठीक हो रहे हैं।

दिल्ली सरकार ने कोरोना रोगियों के लिए एक विशेष ऐप भी जारी किया है। इस ऐप के जरिए कोरोना रोगी दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में अपने लिए बेड और वेंटिलेटर ढूंढ सकते हैं। दिल्ली सरकार द्वारा जारी किया गया है। यह ऐप दिल्ली के अस्पतालों की जानकारी देगा। इसमें दिल्ली के सरकारी और प्राइवेट दोनों ही तरह के अस्पताल शामिल हैं। ऐप के जरिए यह पता लगाया जा सकता है कि किस अस्पताल में कितने बेड, वेंटीलेटर और आईसीयू बेड खाली हैं।

आईएएनएस
नई दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment