मैक्स अस्पताल ने बच्चे को मृत बताने वाले दो डाक्टरों की सेवाएं की समाप्त
मैक्स हेल्थकेयर ने समय से पहले जन्मे एक बच्चे को गलती से मृत घोषित करने के मामले में कथित तौर पर लिप्त दो डॉक्टरों की सेवाएं समाप्त करने का फैसला किया है.
फाइल फोटो |
यह निर्णय कल रात घटना के संबंध में मैक्स हेल्थकेयर के अधिकारियों की एक बैठक में किया गया.
मैक्स हेल्थकेयर ने कल रात एक बयान में कहा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन सहित विशेषज्ञ समूह द्वारा जांच जारी है लेकिन हमने समय से पहले जुड़वां बच्चों के जन्म के मामले में दो डॉक्टरों ए पी मेहता और विशाल गुप्ता की सेवाएं समाप्त करने का फैसला किया है.
बयान में कहा गया है कि यह कड़ी कार्वाई विशेषज्ञ समूह के साथ हमारी शुरूआती चर्चा के बाद की गई है.
गौरतलब है कि बीते 30 नवंबर की सुबह शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल में एक महिला ने जुड़वां बच्चों (एक लड़का और एक लड़की) को जन्म दिया था.
बच्ची मृत ही पैदा हुई थी. अस्पताल ने बच्चे के मातापिता को पहले बताया कि दोनों बच्चे मृत पैदा हुए हैं और उन्हें दोनों बच्चे एक पोलिथिन बैग में सौंप दिए गए. लेकिन उनके अंतिमसंस्कार से ठीक पहले परिवार ने पाया कि एक बच्चा जीवित है.
मैक्स हेल्थ केयर ने मामले की जांच के लिए गठित समूह में आईएमए के दो विशेषज्ञों को शामिल किया है. यह दोनों विशेषज्ञ हैं.. आईएमए की आचार समिति के अध्यक्ष डॉक्टर अरूण अग्रवाल और आईएमए के संयुक्तसचिव डॉक्टर रमेश दत्ता.
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