IITF 2015 : भीड़ ने तोड़ा 15 वर्षों का रिकार्ड

Last Updated 27 Nov 2015 05:37:19 AM IST

एशिया के सबसे बड़े फेयर ‘35वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला’ को अब तक आयोजित फेयर की तुलना में सबसे सफल फेयर बताया है.


35वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में बुधवार को प्रगति मैदान पहुंची रिकार्ड तोड़ भीड़.

इस फेयर की समापन की तैयारी बड़े स्तर पर की गई है और शुक्रवार को इसका समापन हो जाएगा.

समापन समारोह में शुक्रवार को केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली पहुंचेगे और अगले वर्ष आयोजित होने वाले 36वें भारतीय अतंराष्ट्रीय व्यापार मेले की थीम की घोषणा करेंगे. अगले वर्ष आयोजित होने वाले फेयर की थीम ‘डिजीटल इंडिया’ होगी. सनद रहे कि इस बार फेयर की थीम ‘मेक इन इंडिया’ रखी गयी थी.

प्रगति मैदान में चल रहे ट्रेड फेयर को देखने के लिए इस बार पहुंची दर्शकों की आपार भीड़ ने पिछले एक दशक का रिकार्ड तोड़ दिया. अब तक मेला को 15 लाख से अधिक दर्शक देख चुके हैं. शुक्रवार को आखरी दिन होने की वजह से कल मेले में दो लाख से अधिक दर्शकों के आने की संभावना जतायी जा रही है. अकेले मेट्रो से ही शुरुआती पांच दिन (बिजनेस डे) में ढाई लाख दर्शकों ने मेला देखा. शुरुआती पांच दिन मेले में औसतन 50 हजार दर्शक मेट्रो से आवाजाही की.

जबकि इस दौरान इंटरनेट और प्रगति मैदान स्थित टिकट काउंटर से भी बड़ी संख्या में टिकटों की बिक्री हुई. मेट्रो के अनुसार 19 नवम्बर से आज तक औसतन 80 हजार से एक लाख के आसपास दर्शकों ने प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन से आवाजाही की. सबसे ज्यादा दर्शक गुरुपर्व के दिन 25 नवम्बर को मेट्रो से आये. इस दिन अधिकारिक रूप से दर्शकों के आने की संख्या एक लाख 80 हजार बतायी गई जबकि सुरक्षाकर्मियों के अनुसार मेले में आने वाले दर्शकों की संख्या ढाई लाख से ज्यादा थी.

कई वर्षों से मेले में शिरकत करने वाले स्टाल संचालकों ने इस बार के मेले को अब तक का सबसे सफल मेला करार दिया. ऐसा कहने के पीछे सुरक्षा, प्रवंधन, प्रोटोकॉल से लेकर मेले के अंदर क्राउड मेनेजमेंट और बाहर यातायात पुलिस कर्मिंयों द्वारा मथुरा, भैरव रोड पर यातायात का कुशल प्रवंधन बताया.

मेले के डीसीपी आर साथियासुंदरम के अनुसार पर्स, मोबाइल फोन, लैपटॉप के गुम होने या चोरी की छोटीमोटी घटनाओं को छोड़ दे  इस बार कोई बड़ी शिकायत सामने नही आई. वहीं दर्शकों ने हमेशा की तरह इस बार भी खाने पीने के चीजों को तय कीमत से ज्यादा कीमत पर बेचने की शिकायत की. जबकि कारोबारियों ने इसकी वजह स्टालों के आवंटन में इटपो के अधिकारियों पर भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. कारोबारियों का आरोप है कि फूड कोर्ट के आवंटियों ने अधिकारियों से सांठ-गांठ कर कम कीमत में खरीदे गए स्टाल को नियमों के विपरीत ऊंचे दाम पा स्टाल बेच दिया, जिसकी वजह से खाने-पीने की चीजें ज्यादा महंगी बिकी.

अमित कुमार
एसएनबी


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