दिल्ली में 61 प्रतिशत परिवारों के पास अपना घर
राजधानी दिल्ली में 61 प्रतिशत परिवारों के पास अपना मकान है.
दिल्ली में 61 प्रतिशत परिवारों के पास अपना घर |
जिनमें से 88.64 प्रतिशत परिवार अपने मकान का प्रयोग केवल आवास के लिए ही करते हैं जबकि 11 प्रतिशत लोग मकान का प्रयोग व्यावसायिक व आवसीय दोनों के लिए करते हैं. दिल्ली में 17.55 प्रतिशत परिवारों के पास आवास के लिए एक ही फ्लोर है जबकि 39.07 परिवारों के पास दो फ्लोर हैं.
दिल्ली के अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय द्वारा जुलाई 12 से दिसम्बर 12 तक किए गए नेशनल सैंपल सव्रे के 69वें चक्र की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है.
रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में अपना मकान रखने वाले परिवारों में से 50.44 प्रतिशत परिवारों के मकान फ्री-होल्ड हैं जबकि 10.67 प्रतिशत परिवारों के मकान लीज होल्ड हैं. रिपोर्ट के अनुसार कुल परिवारों में 20.18 लाख परिवार अपने स्वतंत्र मकानों में हैं जबकि 18.36 लाख परिवार फ्लैटों में रह रहे हैं.
6.93 लाख लोग यानि 17.55 प्रतिशत लोगों के पास आवास के लिए एक ही फ्लोर है जबकि 39.07 यानि 15.43 लाख लोगों के पास दो फ्लोर हैं जबकि 16.96 लाख लोगों के पास 3 से 5 फ्लोर हैं. रिपोर्ट के अनुसार कुल 55 हजार परिवार ऐसे मकानों में रह रहे हैं जो 5 वर्ष से कम पुराने हैं जबकि 4.23 लाख लोग 5 से 10 वर्ष पुराने मकानों में रह रहे हैं.
इसके अलावा 6.53 लाख लोग 10 से 20 वर्ष पुराने मकानों में रह रहे हैं तथा 9.73 लाख लोग 20 से 40 वर्ष पुराने मकानों में रह रहे हैं. कुल 2.97 लाख लोग ऐसे हैं जो 40 से 80 वर्ष पुराने मकानों में रह रहे हैं जबकि 11 हजार लोग 80 वर्ष से पुराने मकानों में रह रहे हैं.
रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में 25.14 लाख परिवारों के पास मकान में अलग रसोई घर है तथा 26.44 लाख परिवारों के मकान में अपना शौचालय है जबकि 8.67 लाख परिवार साझा का शौचालय प्रयोग करते हैं. रिपोर्ट के अनुसार कुल 39.48 लाख परिवारों में से 39.13 लाख परिवारों के पास पक्का मकान है.
Tweet |