वर्ल्ड के नक्शे पर दिखेगा आनंद विहार

Last Updated 20 Dec 2014 05:54:45 AM IST

राजधानी दिल्ली के दो रेलवे स्टेशन आनंद विहार व बिजवासन को विश्वस्तरीय बनाने का रास्ता साफ हो गया है.




वर्ल्ड के नक्शे पर दिखेगा आनंद विहार

उप-राज्यपाल नजीब जंग की अध्यक्षता वाली यूटीपैक की गवर्निंग बॉडी ने शुक्रवार को मान्यता दे दी. इसी के साथ राजधानी के 34 मेट्रो स्टेशनों को मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन (एमएमआई) के तहत विकसित करने के प्रस्ताव को भी हरी झंडी मिल गई है. इन रेलवे स्टेशनों को पुनर्विकसित करते समय महिलाओं की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाएगा. इस बैठक में पीडब्ल्यूडी, डीडीए, रेलवे, डीएमआरसी, यातायात पुलिस समेत सभी विभागों के अधिकारी शामिल थे.

राजनिवास में आयोजित बैठक में यूटीपैक ने उप-राज्यपाल के सामने दोनों रेलवे स्टेशनों के तैयार प्रस्ताव का प्रजेंटेशन दिया. प्रजेंटेशन के मुताबिक आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को सभी आधुनिक सुविधाएं दी जाएंगी. आनंद विहार रेलवे स्टेशन से आनंद विहार मेट्रो स्टेशन व अन्तरराज्यीय बस अड्डे को भी विकसित किया जाएगा और इस पूरे क्षेत्र में केवल गैरमोटर व्हीकल को चलाने की इजाजत दी जाएगी. प्रस्ताव के मुताबिक मौजूदा समय में आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर 2.1 लाख (प्रतिदिन) यात्रियों के आने-जाने की क्षमता है जबकि इसे पूरी तरह पुनर्विकसित होने के बाद यह क्षमता बढ़कर 5 लाख यात्री हो जाएगी. प्रस्ताव के मुताबिक पूरा स्टेशन परिसर वातानुकूलित होगा.

यात्रियों की सुविधा के लिए यातायात को व्यवस्थित किया जाएगा. आसपास के क्षेत्रों को जोड़ने के लिए 56 अतिरिक्त सड़कें बनाई जाएंगी. यात्रियों के आने-जाने व उत्तरी दिशा को सुगम बनाने के लिए अतिरिक्त गेट बनाए जाएंगे. पूरा यातायात वन वे होगा. यात्रियों को छोड़ने व लेने आने के लिए सभी तरह के वाहनों की व्यवस्था की जाएगी. आनंद विहार रेलवे स्टेशन के पास 3700 वाहनों के लिए पार्किग बनेगी. इसमें यात्रियों के लिए 700 वाहनों की व 3000 व्यवसायिक वाहनों के लिए होगी. रेलवे स्टेशन से ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के यातायात को सुगम बनाया जाएगा. पैदल यात्रियों के लिए अलग से रास्ता होगा.

बिजवासन रेलवे स्टेशन के प्रस्ताव को भी हरी झंडी

बिजवासन रेलवे स्टेशन पर भी यात्रियों को वर्ल्ड क्लास सुविधायें मिलेंगी. स्टेशन परिसर को पुनर्विकसितकर यात्रियों को मॉडर्न सुविधाएं दी जाएंगी. इसके लिए इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉपरेरेशन ने बिजवासन रेलवे स्टेशन को भी वर्ल्ड क्लास बनाने का प्रस्ताव रखा. बिजवासन रेलवे स्टेशन को एमएमआई के तहत अन्तरराज्यीय बस अड्डे से जोड़ा जाएगा. स्टेशन पर 1200 वाहनों के लिए पार्किग की व्यवस्था होगी. कापरेरेशन ने स्टेशन परिसर में यात्रियों को छोड़ने, ले जाने व अन्य स्थानों पर गैर मोटर व्हीकल यातायात को प्रमोट करने की सिफारिश की है. यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन परिसर में 30 डीटीसी बसों के खड़े होने की व्यवस्था की जाएगी.

मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन योजना के तहत विकसित होंगे 34 मेट्रो स्टेशन

\"\"यूटीपैक की गवर्निग बॉडी ने गोकुलपुरी, ईस्ट आजाद नगर, कृष्णा नगर, कड़कड़डूमा कोर्ट, कड़कड़डूमा, विनोद नगर वेस्ट, विनोद नगर ईस्ट, मयूर विहार फेज-वन, मयूर विहार पॉकेट-वन, आईपी एक्सटेंशन, त्रिलोकपुरी, ईर नगर, जामिया नगर, ओखला विहार, जसोला-शाहीन बाग, मोती नगर, साउथ कैंपस/ धौलाकुंआ, कुतुब स्टेशन, नारायणा विहार, मायापुरी, ईएसआई अस्पताल, जनकपुरी वेस्ट, डाबड़ी मोड़, राजौरी गार्डन, पालम, रोहिणी सेक्टर-18, मुकुंदपुर, शकरपुर, एनएस प्लेस, कालकाजी मंदिर, ओखला फेज-तीन, नेहरू प्लेस व जीके एंक्लेव शामिल हैं. इस प्रस्ताव को यूटीपैक ने अनुमति दे दी है.

यह सभी स्टेशन अगले साल शुरू हो जाएंगे.  प्रस्ताव के मुताबिक इन स्टेशनों पर यात्रियों को उच्च स्तरीय टॉयलेट आदि की व्यवस्था मुहैया कराई जाएगी. इसके साथ ही ऑटो रिक्शा, बस व टैक्सी आदि के खड़े होने की व्यवस्था होगी. जिससे यात्रियों को असुविधा न हो. आसपास के क्षेत्र को विकसित कर मेट्रो स्टेशनों से जोड़ा जाएगा. जिससे यात्री 5 मिनट में पैदल चलकर स्टेशन पर पहुंच सकें. महिलाओं की सुरक्षा देखते हुए व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए जाएंगे. यात्रियों की सुविधा के लिए आसपास के क्षेत्र को यातायात व्यवस्था से जोड़ा जाएगा.



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