ई-रिक्शा के भविष्य पर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई
ई रिकशा पर गुरुवार कों दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई होगी. केन्द्र सरकार गुरुवार को कोर्ट में मोटर व्हीकल एक्ट से जुड़े कागज पेश करेगी.
ई-रिक्शा |
अदालत की सुनवाई के बाद ये तय हो सकता है कि आने वाले दिनों में दिल्ली सहित दूसरे शहरों की सड़कों पर ई-रिक्शा दौड़ती नजर आएगी या नहीं.
पहले की सुनवाई में सरकार ने हाईकोर्ट में ई रिक्शा को कानून के दायरे में लाने के लिए गाइडलाइंस सौंपी थी. इसमें सरकार ने बताया था कि ई रिक्शा को मोटर वेहिकल एक्ट के तहत लाया जाएगा.
गौरतलब है कि पिछले महीने दिल्ली के त्रिलोकपुरी इलाके में ई-रिक्शा के टक्कर से ढाई साल के बच्चे की मौत हो गई थी. इसके बाद हाईकोर्ट ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए राजधानी में तत्काल प्रभाव से ई-रिक्शा के चलने पर रोक लगाने का आदेश दिया था.
ई-रिक्शा चालाकों का प्रदर्शन जारी
ई-रिक्शा चालकों द्वारा पाबंदी के विरोध में प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है. मंगलवार को दिल्ली के उत्तम नगर चौराहे पर बड़ी संख्या में ई-रिक्शा चालक जुटे व मांगों के समर्थन में नारेबाजी की. चालकों का समर्थन करने पश्चिमी दिल्ली के पूर्व सांसद महाबल मिश्रा भी पहुंचे थे. प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया.
चालकों का कहना था कि सरकार को पाबंदी के बजाय ई-रिक्शा चालकों के हितों के लिए नियम बनाना चाहिए. ई रिक्शा का रजिस्ट्रेशन होना चाहिए. यदि ई रिक्शा वाले यातायात नियमों को तोड़ते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो, लेकिन प्रतिबंध किसी भी कीमत पर नहीं लगाया जाए.
ई-रिक्शा चालकों को संबोधित करते हुए महाबल मिश्रा ने कहा कि सरकार एक तरफ ई-रिक्शा वालों के हितों की बात करती है वहीं दूसरी ओर इन पर पाबंदी लगाई जाती है. कथनी और करनी में इस अंतर को ई-रिक्शा चालक खूब समझते हैं. मौके का फायदा उठाते हुए पूर्व सांसद ने केंद्र सरकार पर महंगाई को लेकर निशाना साधा. प्रदर्शनकारियों ने उत्तम नगर चौराहे पर यातायात बाधित करने की जब कोशिश की तब पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. इस अवसर पर हिमांशु अरोड़ा, संजय पुरी, पुरुषोत्ताम आनंद, सतीश कुमार सहित अनेक व्यक्ति उपस्थित थे.
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