उजाला कार्यक्रम से देश ऊर्जा संरक्षण की ओर अग्रसर : गोयल

Last Updated 30 Apr 2016 06:22:09 PM IST

भारत सरकार का महत्वकांक्षी राष्ट्रीय एलईडी कार्यक्रम उजाला वर्ष 2019 तक देश भर में लागू कर दिया जाएगा. इससे बड़ी मात्रा में बिजली की बचत के साथ देश ऊर्जा संरक्षण को सुनिश्चत करने की दिशा में अग्रसर होगा.


केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल (फाइल फोटो)

केन्द्रीय विद्युत, कोयला एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को भोपाल में उजाला (उन्नत ज्योति बाई अफोरडेबल फॉर ऑल) कार्यक्रम मध्य प्रदेश में जारी करते हुए कहा, \'\'एक वर्ष पहले एक मई 2015 जब से देश में यह कार्यक्रम लागू किया गया है.

इसके तहत मार्च 2016 तक 9 करोड़ एलईडी बल्ब लोगों को बेचे गये हैं, इससे बिजली की खपत में कमी होने से लोगों को बिजली के बिल में लगभग 5,500 करोड़ रुपये की बचत हुई है. वर्ष 2019 तक यह योजना पूरे देश में लागू कर दी जायेगी.\'\'

उन्होंने कहा, \'\'वर्ष 2019 तक उजाला कार्यक्रम के तहत देश में 77 करोड़ एलईडी बल्ब बेचे जाएंगे तथा पुराने परम्परागत बल्बों को हटाकर इन बल्बों के उपयोग से देश में लोगों के करीब 40,000 करोड़ रुपये की बचत बिजली के बिलों में होगी.\'\'

उन्होंने कहा कि इससे देश में कीमती ऊर्जा का संरक्षण भी होगा तथा हमारी कोयला आदि पर निर्भरता कम होगी और पर्यावरण में भी सुधार आएगा.

उन्होंने कहा कि एक 9 वॉट का एलईडी बल्ब 100 वॉट के विद्युत के परम्परागत बल्ब के समान रोशनी देता है तथा उसकी तुलना में करीब दसवां भाग कम विद्युत खपत करता है. उन्होंने कहा कि यदि आप एक यूनिट बिजली की बचत करते हैं तो आप 1.33 यूनिट बिजली देश की बचा रहे हैं क्योंकि 1.33 यूनिट उत्पादित बिजली पारेषण और अन्य हानियों के चलते उपभोक्ता तक पहुंचते-पहुंचते एक युनिट ही रह जाती है. इसलिये उन्होंने विद्युत संरक्षण का कार्यक्रम देश के लिये बहुत अहम बताया.

गोयल ने बताया कि उजाला कार्यक्रम के तहत 85 रुपये की दर से एलईडी बल्ब बेचे जा रहे हैं. मध्यप्रदेश में अगले डेढ़ साल में सारे बल्ब एलईडी में परिवर्तन करने का लक्ष्य रखा गया है.

उन्होंने मध्यप्रदेश में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में किये गये कार्यों के सराहना करते हुए कहा कि पिछले दो वर्षो में प्रदेश में अक्षय ऊर्जा का उत्पादन 800 मेगावाट से बढ़ाकर 3000 मेगावाट हो गया है.



उन्होंने बताया कि दुनिया के सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंत्र मध्यप्रदेश के रीवा जिले में स्थापित होने वाला है. इस संयंत्र का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किये जाने की उम्मीद है.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सरकारी निवास पर आयोजित इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए चौहान ने कहा उजाला योजना के साथ ही केन्द्र सरकार की उज्जवला योजना के तहत गरीब महिलाओं को एलपीजी गैस कनेक्शन दिये जाएंगे ताकि धुंए के चूल्हों से गरीब महिलाओं को मुक्ति मिल सके.

इस मौके पर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि उजाला योजना के तहत तीन करोड़ एलईडी बल्ब प्रदेश में बेचने के बाद दूसरे चरण में सात करोड़ एलईडी बल्ब प्रदेश में बेचे जाएंगे.

 

 



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