मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में मोदी करेंगे विश्व हिन्दी सम्मेलन का उद्घाटन

Last Updated 30 Aug 2015 01:29:20 PM IST

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में दस सितंबर से होने वाले विश्व हिंदी सम्मेलन में हिन्दी के साहित्यिक पक्ष की बजाय व्यावहारिक प्रयोग पर अधिक जोर होगा.


मोदी करेंगे विश्व हिन्दी सम्मेलन का उद्घाटन (फाइल फोटो)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दसवें विश्व हिन्दी सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे जिसमें दुनिया के विभिन्न देशों के 700 से अधिक प्रतिनिधि शामिल होंगे. विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित यह सम्मेलन 10 से 12 सितम्बर तक भोपाल के लाल परेड मैदान में होगा. इस सम्मेलन का भागीदार मध्यप्रदेश है. माखन लाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय सम्मेलन का प्रायोजक है.

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के अनुसार इस बार के हिन्दी सम्मेलन में हिन्दी के साहित्यिक पक्ष की बजाय व्यावहारिक प्रयोग पर अधिक जोर होगा. तीन दिन के इस आयोजन में विज्ञान, चिकित्सा, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी के साथ-साथ सरकारी कामकाज खासकर विदेश नीति में भी हिन्दी की उपयोगिता पर प्रकाश डाला जाएगा.

सम्मेलन हिन्दी जगत के विस्तार एवं संभावनाओं पर केंद्रित रहेगा जिसमें हिन्दी के विकास, प्रवासी लेखकों, लोकतंत्र, मीडिया, रोजगार, ज्ञान-विज्ञान, फिल्मी और रंगमंच की दुनिया में हिन्दी भाषा को लेकर चर्चा होगी.

सम्मेलन के समापन सा में बतौर विशिष्ट अतिथि मशहूर फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन का व्याख्यान होगा. उन्होंने श्रीमती स्वराज के विशेष आग्रह पर व्याख्यान देना स्वीकार किया है. बच्चन का हिन्दी प्रेम जगजाहिर है. बच्चन ने 66वें कान्स अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में हिंदी में भाषण दिया था और उन्होंने कहा था कि मातृभाषा हिंदी में अंतरराष्ट्रीय दर्शकों को संबोधित करना उनके लिए सर्वाधिक गौरव का क्षण था.

समापन समारोह में स्वागत भाषण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का होगा जबकि समापन वक्तव्य गृहमंत्री राजनाथ सिंह देंगे.

सांस्कृतिक कार्यक्रमों, कवि सम्मेलन, लोक-नृत्य और नृत्य नाटिका से सुसज्जित इस सम्मलेन में मध्यप्रदेश सरकार की उपलब्धियों का प्रदर्शन भी किया जायेगा. सम्मेलन अवधि में पूरे भोपाल को एक विशेष थीम के आधार पर सजाये जाने की योजना है. परंपरा के अनुरूप सम्मेलन के दौरान भारत एवं अन्य देशों के हिंदी विद्वानों को हिदी के क्षेत्र में उनके विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा.

सम्मेलन के आयोजन के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श करने के लिए परामर्श, प्रबंधन और उससे जुड़े कार्यक्रम से संबंधित तीन समितियाँ गठित की गई हैं. परामर्श एवं कार्यक्रम समितियों की अध्यक्ष श्रीमती स्वराज हैं,जबकि प्रबंधन समिति के अध्यक्ष विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह हैं.

विश्व हिंदी सम्मेलन के आयोजन की शुरुआत 1975 में महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित किया गया था. तब से पूरे विश्व में ऐसे नौ सम्मेलनों का आयोजन हो चुका है. देश में तीसरी बार इस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. नागपुर के बाद नयी दिल्ली में 1983 में तीसरे विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया गया था.

विश्व हिन्दी सम्मेलनों की यात्रा का विवरण इस प्रकार है - प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन (10-12 जनवरी, 1975) भारत , द्वितीय विश्व हिंदी सम्मेलन (28-30 अगस्त, 1976) मॉरीशस, तृतीय विश्व हिंदी सम्मेलन (28-30 अक्टूबर, 1983) भारत , चतुर्थ विश्व हिंदी सम्मेलन ,(02-04 दिसम्बर, 1993) मॉरीशस, पांचवाँ विश्व हिंदी सम्मेलन (04-08 अप्रैल, 1996)
ट्रिनिदाद एवं टोबेगो, छठा विश्व हिंदी सम्मेलन (14-18 सितंबर, 1999) ब्रिटेन, सातवाँ विश्व हिंदी सम्मेलन (06-09 जून, 2003) सूरीनाम , आठवाँ विश्व हिंदी सम्मेलन (13-15 जुलाई, 2007) अमेरिका, नौवाँ विश्व हिंदी सम्मेलन (22-24 सितंबर, 2012) दक्षिण अफ्रीका.



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