सामाजिक मिलन का उद्देश्य कुरुतियों को दूर करना
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सामाजिक मिलन जैसे कार्यक्रमों का आयोजन समाज में व्याप्त जातिगत रूढ़ीवादिता, अंधविश्वास एवं कुरूतियों को दूर करने का एक सशक्त माध्यम है.
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास. |
दास ने गुमला के एल्बर्ट एक्का स्टेडियम में आयोजित साहू-तेली जतरा कार्यक्रम में कहा कि एकता से ताकत बढ़ती है. इस समाज को अन्य समाज के साथ-साथ समन्वय स्थापित कर एक दूसरे का साथ देकर कदम से कदम मिलाकर चलना चाहिए.
उन्होंने कहा कि स्थानीय नीति बनाने के लिए राजनीतिक दलों से विचार-विमर्श कर एक मत बनाने का कार्य प्रगति पर है. नियोजन में स्थानीय लोगों को ज्यादा से ज्यादा भागीदारी हो यह सुनिश्चित किया जायेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजय सरकार बच्चियों को शिक्षित कर ऊंचाई तक पहुचाने के लिए कृतसंकल्प है. अभी कुछ दिन पहले ही 14 वर्ष की ममता ने शादी से इंकार कर पढ़ाई आगे जारी रखने की इच्छा व्यक्त की थी. सरकार से इसे गंभीरता से लेते हुये ममता को पढ़ाई के लिए एक लाख रुपया का चेक सहायता के लिए प्रदान किया.
उन्होंने सरकार के महत्वाकांक्षी योजना बनाओं अभियान के बारे में बताते हुए कहा कि गांव की आर्थिंक समृद्धि एवं विकास के लिए ही सरकार के द्वारा योजना बनाओ अभियान की शुरूआत की गयी है. विकास गांव-गांव में पहुंचे इसके लिए सभी को सम्मिलित प्रयास करना होगा. इस अभियान से गांव की तस्वीर पूरी तरह बदलेगी. गांव में बुनियादी सुविधाओं एवं मनरेगा से रोजगार को बढ़ाने के लिए सरकार की यह अनूठी पहल है.
उन्होने कहा कि 14 वें वित्त आयोग के द्वारा केन्द्र से झारखण्ड को राशि प्राप्त होगी उसमें से 80 लाख रू. सीधे पंचायत को प्राप्त होगा. साथ ही विश्वास दिलाया कि चार वर्ष के अन्दर झारखण्ड एक विकसित राज्य के रूप में उभरकर सामने आयेगा तथा 10 वर्ष के अन्दर इस राज्य की गिनती विश्व के समृद्ध राज्यों में होगी.
इस अवसर पर केन्द्रीय राज्य मंत्री सुदर्शन भगत, स्थानीय विधायक शिवशंकर उरांव, प्रसिद्ध समाजसेवी एवं प्रधानमंत्री के भाई प्रह्लाद भाई मोदी, बिलासपुर से सांसद लखन साहू, शिक्षाविद् भूवनेश्वर अनुज सहित जिले के आला अधिकारी तथा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.
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