VIDEO: मोदी ने राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान की रखी आधारशिला, कहा- कृषि के विकास से किसान की जेब भरेगी

Last Updated 28 Jun 2015 01:35:37 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को हजारीबाग के बरही में एक हजार एकड़ में बनने वाले भारतीय कृषि अनुसंधान संस्‍थान की आधारशिला रखी.


कृषि के विकास से भरेगी किसान की जेब (फाइल फोटो)

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस देश का दुर्भाग्य है कि कृषि जगत को किसानों की किस्मत पर छोड़ दिया गया है. इस अनुसंधान केंद्र से कई राज्यों को फायदा मिलेगा. आज भी कृषि के क्षेत्र में देश काफी पिछड़ा हुआ है. आज भी खेती की वही पुरानी परंपरा चली आ रही जो पीढ़ियों से चल रही है. लेकिन कृषि को आधुनिक और वैज्ञानिक बनाने की दिशा में यह हमारा कदम आगे बढ़ रहा है.
 
प्रधानमंत्री ने यहां खेती को आधुनिक तरीकों से जोड़ने पर जोर देते हुए कहा, 'आबादी बढ़ने के साथ पैदावार बढ़ाने पर भी जोर देना होगा. हमारे देश में दूसरी कृषि क्रांति अविलंब होनी चाहिए और बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में यह क्षमता है. जगह के आधार पर खेती में आधुनिकता लाने की जरूरत है. सरकार की ओर से झारखंड में बंद पड़े यूरिया कारखानों को फिर से शुरू करने की कोशिश की जायेगी.

मृदा स्वास्थ कार्ड के बारे में जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, जिस तरह से शरीर का स्वभाव होता है उसी तरह धरती का भी स्वभाव होता है. हमारे शरीर के लिए जिस तरह हेल्थ कार्ड बनता है उसी तरह धरती के लिए भी स्वास्थ कार्ड सरकार किसानों को दे रही है. 
 
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास भी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के छह महीने पूरे हो चुके है. लेकिन अब तक हमारे ऊपर भ्रष्टाचार के कोई आरोप नहीं लगा. हमारी सरकार विकास के लिए काम कर रही है. इसके लिए हमने कई योजना बनायी है. 
 
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा, राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान के रूप में झारखंड और बिहार दोनों को तोहफा मिल रहा है. मैं इसके लिए प्रधानमंत्री जी का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा. देश का विकास तभी संभव है जब किसानों का विकास होगा.

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एयरपोर्ट में स्वागत के लिए झारखंड की राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू समेत मुख्यमंत्री रघुवर दास,अर्जुन मुंडा सहित कई और नेता और मंत्री शामिल थे.
 
प्रधानमंत्री की मौजूदगी में ही इस्पात मंत्रालय, नेशनल मिनरल्स डेवलपमेंट कॉरपोरेशन और झारखंड सरकार के बीच एक समेकित छह एमटी स्टील प्लांट के लिए एमओयू भी हुआ. स्टील प्लांट की स्थापना के लिए अभी तक स्थल का चयन नहीं किया गया है.
 
गौरिया करमा में आइएआरआइ का निर्माण करीब 1000 करोड़ की लागत से होना है. इसके लिए 1000 एकड़ जमीन चिह्न्ति की गयी है. यह राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान (पूसा) के बाद दूसरे स्थान पर आयेगा. इस संस्थान में तीन प्रमुख स्कूल होंगे, जिनमें प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंध, फसल सुधार व संरक्षण, बागवानी व वानकी पर ध्यान दिया जायेगा.
 
संस्थान इन विभिन्न विधाओं में स्नात्कोत्तर और डॉक्टर की उपाधि के पाठ्यक्रम संचालित करेगा. सत्र 2015-16 में 10-10 विद्यार्थी पीजी में नामांकित होंगे. एक वर्ष की पढ़ाई पूरी करने के बाद विद्यार्थी संस्थान में शोध कार्य कर सकेंगे. खाद्यान्न आयात की निर्भरता कम करने में भी संस्थान की अहम भूमिका होगी. यहां देश व विदेश के कृषि वैज्ञानिक पदस्थापित होंगे.

इस अवसर पर राज्यपाल द्रौपदी मुरमू, मुख्यमंत्री रघुवर दास, कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह, वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा, राज्य के कृषि मंत्री रणधीर कुमार सिंह, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक ए अय्यपन भी मौजूद थे.
 
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले 20 फरवरी को हजारीबाग आये थे. हजारीबाग से कोडरमा के लिए ट्रेन को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया था.

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