सरकार ने लिया बिरसमुनी गोदी, पढाई ही नहीं शादी भी करायेगी
जबरन शादी कराये जाने का विरोध करने वाली बिरसमुनि अब सरकार की बेटी है. बिरसमुनी को सरकार ने गोद ले लिया है. उसकी पढाई और शादी सरकार ही करायेगी.
बिरसमुनी (फाइल) |
बिरसमुनी को उसके परिजन जबरन शादी कराना चाहते थे लेकिन उसने इसका विरोध किया. अब बिरसमुनि कुमारी की पढ़ाई से लेकर शादी तक का खर्च सरकार उठायेगी.
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गुरुवार को यह घोषणा की. स्कूल चलें चलायें अभियान के तहत गुमला पहुंचे दास ने बिरसमुनी का बघिमा स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय स्कूल में नामांकन करते हुए कहा कि बिरसमुनी को सरकार ने गोद ली है.
बिरसमुनी को मुख्यमंत्री राहत कोष से उसे एक लाख रुपये मिलेगा. यह पैसा उसके खाते में जमा कराया जायेगा और शादी की उम्र होगी तब उस पैसे से उसकी शादी करायी जायेगी. अगर वह जब तक चाहे पढ़ सकती है.
रघुवर दास ने बघिमा स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि बिरसमुनी को मैं सैल्यूट करता हूं. इसकी मां नहीं है. पिता जबरन शादी करा रहा था.
बिरसमुनी ने यह हिम्मत शिक्षा के बल पर दिखायी है. इसलिए सरकार ने यह प्रण लिया है. पांच साल में झारखंड को शिक्षित राज्य बनाना है. सीएम ने गुमला के डुमरडीह, पालकोट के बघिमा, रायडीह के सिलम और लुदाम कोठाटोली में भी कई बच्चों का स्कूल में नामांकन किया.
इससे पहले बिरसमुनी ने कहा कि जबरन शादी कराने पर पिता के खिलाफ केस करूंगी. बिरसमुनी कुमारी पालकोट प्रखंड के राजकीय बुनियादी स्कूल बघिमा की कक्षा चार की छात्र है. परिजन उसकी जबरन शादी कराना चाहते थे.
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