‘मनहूस’ बंगले से डर गए मुख्यमंत्री रघुबर दास
रघुबर दास बड़े ही अंधविश्वास निकले, उन्होंने कांके रोड स्थित आधिकारिक मुख्यमंत्री निवास में जाने से मना कर दिया. राजनीतिक गलियारों में इस मकान को ‘मनहूस’ माना जाता है.
रघुबर दास (फाइल) |
झारखंड के सीएम रघुवर दास ने कांके रोड पर स्थित आधिकारिक मुख्यमंत्री आवास में शिफ्ट नहीं होंगे. उन्होंने बंगले में शिफ्ट करने से मना कर दिया है. हालांकि मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने यहां शिफ्ट होने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि मैं अपना कार्यकाल वहां रह कर पूरा करूंगा. लेकिन अब उनका मनोबल डगमगा गया है.
राजनीतिक गलियारों में इस मकान को ‘मनहूस’ माना जाता है. दरअसल पिछले 14 सालों में दास से पहले के पांच मुख्यमंत्रियों में से कोई भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया था. चर्चा है कि बंगले का वास्तु दोष ही इसके लिए जिम्मेदार है.
मुख्यमंत्री रघुवर दास इस वक्त डायरेक्टर लेवल के अधिकारियों के लिए बने मिड-साइज आवास में रह रहे हैं. अपने गृहनगर जमशेदपुर में वह अपने परिवार के साथ टाटा स्टील हाउस में रहते हैं, जो मिड-लेवल ऑफिसर्स के रहने के लिए बना है.
भाजपा के करीबी माने जाने वाले एक पुजारी का कहना है कि बेहतर होगा कि यहां आने पर वह पीछे वाला गेट इस्तेमाल करें.
साथ ही बंगले के परिसर में बने मंदिर के करीब आने से पहले अपनी कार से उतरकर ‘संकटमोचक’ के प्रति सम्मान प्रकट करें.
दास के मीडिया अडवाइजर अजय कुमार का कहना है कि मुख्यमंत्री इस तरह की किसी सलाह पर विचार नहीं कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के बंगले में वास्तु के आधार पर कोई बदलाव नहीं किया गया है. बस सफाई और पुताई हुई है, इसके अलावा कुछ नहीं बदला गया.
सबसे ज्यादा वक्त तक झारखंड के सीएम रहने वाले अर्जुन मुंडा इस बंगले में भी सबसे ज्यादा वक्त रहे और उन्होंने यहां के वास्तु में कई बदलाव करवाए थे. 2013 में जेएमएम के समर्थन वापस लेने के बाद जब उनकी सरकार अल्पमत में आई थी, उसके कुछ ही दिन पहले ही उन्होंने बंगले के परिसर में हनुमान मंदिर और पीछे की तरफ नए गेट का निर्माण करवाया था.
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