भवन नहीं होने से पांच कक्षाओं के बच्चे पढ़ते एक साथ
छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में एक गांव में स्कूल भवन नहीं होने से पहली से लेकर पांचवीं तक के सभी 33 बच्चे एक झोपड़ी के अंदर बैठकर पढ़ाई करते हैं।
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जिले के कई ऐसे गांव हैं जहां स्कूल के नाम पर केवल एक झोपड़ी है। इतना ही नहीं उसमें पढ़ाने के लिए मात्र एक शिक्षक ही पदस्थ हैं।
मर्दापाल से करीब 25 किलोमीटर दूर सुदूर अंचल में बसी ग्राम पंचायत कड़ेनार में प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल तो खोल दिए गए हैं, लेकिन इनका बेहतर ढंग से संचालन करने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। प्राथमिक स्कूल एक झोपड़ी में संचालित हो रहा है। पांचवीं तक के सभी 33 स्कूली बच्चे एक ही झोपड़ी के अंदर बैठ कर पढ़ाई करते हैं। ऐसे में बच्चो को सबसे अधिक परेशानी बारिश में होती है।
जिला शिक्षा अधिकारी राजेश मिश्रा ने कहा कि जल्द ही यहां शाला भवन का निर्माण व छात्रावास-आश्रम का भी संचालन किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि 2005 में इस स्कूल का शिक्षा गारंटी से प्राथमिक शाला में उन्नयन किया गया। इसके बाद तित्तीय वर्ष 2007-08 में भवन निर्माण के लिए लगभग चार लाख रुपए की स्वीकृति भी शासन स्तर से मिली, लेकिन स्वीकृति के 10 साल बाद भी यहां भवन निर्माण नहीं हो पाया है।
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