आकांक्षा हत्या कांड : रायपुर में मिले आरोपी के मां-बाप के कंकाल
भोपाल में फेसबुक प्रेमिका आकांक्षा की हत्या कर शव को घर में दफनाकर उस पर संगमरमर का चबूतरा बनाकर सोने वाले उदयन दास ने अपने माता-पिता की हत्या कर उन्हें रायपुर वाले घर के बगीचे में दफना दिया था, जिसकी पुष्टि रविवार को हो गई.
(फाइल फोटो) |
छत्तीसगढ़ की राजधानी पहुंची मध्यप्रदेश और पश्चिम बंगाल पुलिस की टीम ने तिहरी हत्या के आरोपी उदयन दास की निशानदेही पर उसके पुराने घर के बगीचे में की खुदाई करवाई, जिसमें माता-पिता के कंकाल मिले.
खुदाई के समय मौजूद रायपुर के एसपी डॉ. संजीव शुक्ला ने बताया, \'खुदाई के दौरान दो मानव कंकाल मिले हैं. इन कंकालों और आरोपी उदयन दास का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा. साथ ही रायपुर के डीडी नगर थाना क्षेत्र में भी दो बुजुर्गो की हत्या का मामला दर्ज कर अदालत की अनुमति से पूछताछ के लिए उदयन को फिर से रायपुर लाया जाएगा.\'
एसपी डॉ. शुक्ला ने बताया कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने आकांक्षा उर्फ श्वेता के अपहरण के मामले में उदयन दास से पूछताछ की थी, तो उसने भोपाल में उसकी हत्या करने की बात कही थी. उसने जुलाई, 2016 में आकांक्षा की हत्या की थी. भोपाल पुलिस ने हिरासत में लेकर जब पूछताछ की, तो उसने अपने भोपाल के घर में फेसबुक के जरिए प्रेमिका बनी आकांक्षा की हत्या कर घर में दफनाने और उस पर चबूतरा बनाने की जानकारी भोपाल पुलिस को दी.
भोपाल पुलिस ने पूछताछ में जब आरोपी से परिजनों की जानकारी मांगी तो वह पहले तो पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन जब कड़ाई से पूछताछ की गई, तब उसने जो बात पुलिस को बताई, उसने सबको चौंका दिया.
आरोपी उदयन ने पुलिस को बताया कि उसने रायपुर में अपने मां-बाप की हत्या कर घर में ही दोनों के शवों को दफना दिया था. उसने भोपाल पुलिस को बताया कि वह मूलत: रायपुर का रहने वाला है और उसके माता-पिता भी रिटायरमेंट के बाद रायपुर के सुंदर नगर में रहते थे. उदयन अपने माता-पिता का इकलौता बेटा है.
भोपाल पुलिस रविवार सुबह आरोपी को लेकर रायपुर पहुंची और रायपुर पुलिस के साथ एसडीएम की अनुमति से उसकी निशानदेही पर खुदाई शुरू की. खुदाई में पुलिस को दो कंकाल मिले हैं. दोनों शवों को बोरे में भरकर दफनाया गया था.
खुदाई में मजदूरों और जेसीबी मशीन की मदद ली गई. लगभग आठ फीट गहराई में दोनों कंकाल मिले हैं. एक कंकाल साड़ी से लिपटा हुआ था, जिसके साथ कंगन, सोने और कांच की चूड़ियां मिली हैं. आशंका है कि यह कंकाल उसकी मां इंद्राणी का है. इसके साथ ही एक दूसरे बोरे में शर्ट-पैंट के साथ कंकाल मिला है जो उदयन के पिता वी.के. दास का होने का अनुमान है.
एसपी ने बताया, \'आरोपी ने रायपुर में पूछताछ के दौरान कहा कि वह भोपाल के एक निजी कॉलेज में इंजिनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था. परीक्षा में वह फेल हो गया. फेल होने की बात उसने अपने माता-पिता को नहीं बताई थी. पढ़ाई के पांच वर्ष हो जाने पर उसके माता-पिता प्लेसमेंट के बारे में पूछते थे. इससे वह परेशान रहने लगा था.\' आरोपी ने पुलिस को बताया कि बार-बार प्लेसमेंट के बारे में पूछे जाने से वह तनाव में रहता था. वर्ष 2011 में उसने माता-पिता की गला दबाकर हत्या कर दी और दोनों शवों को बोरे में भरकर घर के बगीचे में दफना दिया था.
उदयन की मां इंद्राणी दास शिक्षिका थी. रिटायर्मेट के बाद उसे पेंशन मिलती थी. हत्या के बाद उदयन लगभग सालभर तक मां की पेंशन लेता रहा. सालभर बाद जब लीविंग सर्टिफिकेट नहीं दे पाया तो पेंशन के पैसे मिलने बंद हो गए. उदयन ने इंद्राणी की हत्या के बाद मध्यप्रदेश से उसका फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र भी बनाया और वारिस होने का दावा कर रायपुर के मकान की रजिस्ट्री अपने नाम करा ली और उसे 31 से 32 लाख रुपये में बेच दिया और भोपाल चला गया.
तिहरी हत्या के इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सुंदर नगर में उदयन के घर के बगीचे की खुदाई के समय आला पुलिस अधिकारी मौजूद थे. भोपाल, कोलकाता और रायपुर की पुलिस भी मौके पर मौजूद थी. भोपाल से पांच और कोलकाता से सात सदस्यीय पुलिस की दो टीमें रायपुर आई हुई हैं.
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