सरकारी योजना के तहत दूध पीने वाली दो बच्चियों की मौत, सात अन्य बीमार

Last Updated 31 May 2016 04:26:35 PM IST

छत्तीसगढ़ में राज्य शासन की योजना के तहत बांटे गए दूध पीने के बाद दो बच्चियों की मौत हो गई है और सात अन्य बच्चे बीमार हो गये हैै.


(फाइल फोटो)

राज्य शासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि राज्य में मुख्यमंत्री अमृत योजना के तहत बांटा गया सुगंधित दूध पीने के बाद राज्य के बीजापुर जिले में दो बच्चियों की मौत हो गई और दो अन्य बीमार हो गए हैं. वहीं राज्य के जांजगीर चांपा जिले में पांच बच्चे बीमार हो गए हैं.

बीजापुर जिले के पुलिस अधीक्षक के एल.धुव ने बताया कि जिले के कुटरू थाना क्षेत्र के अंतर्गत केतुलनार गांव के आंगनबाड़ी में सोमवार को 10 बच्चों को सुगंधित दूध दिया गया था. दूध पीने के बाद बच्चे घर पहुंच गए. घर में चार बच्चों ने पेट दर्द और उल्टी की शिकायत की थी. तब तीन वर्षीय दो बच्चियों के परिजन बच्चियों को स्थानीय चिकित्सक के पास ले गए. वहीं दो अन्य बच्चों के परिजनों ने बच्चों का घरेलू उपचार किया गया.

ध्रुव ने बताया कि कुछ देर बाद चिकित्सक के पास जाने वाली दोनों बच्चियों की मौत हो गई. जबकि घरेलू इलाज के बाद दो बच्चों की हालत में सुधार हुआ.

उन्होंने बताया कि घटना के आज जब जिला प्रशासन को जानकारी मिली, तब कलेक्टर अयाज तंबोली फकीर भाई तथा अन्य अधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हुए. घटनास्थल पहुंचने के बाद दूध पीने वाले अन्य आठ बच्चों को अस्पताल पहुंचाया गया. अस्पताल में भर्ती सभी बच्चों की हालत सामान्य है. 

पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने मृत बच्चियों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों के बारे में सही जानकारी मिल सकेगी. एक अन्य घटना में राज्य के जांजगीर चांपा जिले में सुगंधित दूध पीने के बाद पांच बच्चे बीमार हो गए हैं.

जांजगीर चांपा जिले के कलेक्टर एस भारतीदासन ने बताया कि जिले के नवागढ़ विकासखंड के अंतर्गत दर्रा गांव के आंगनबाड़ी में सोमवार को बच्चों को सुगंधित दूध दिया गया था. दूध पीने वाले पांच बच्चों की हालत बिगड़ी तब उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के बाद मंगलवार को बच्चों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.
 
इधर मुख्यमंत्री रमन सिंह ने बच्चों की मृत्यु की घटना पर दुख जताया है और अपने मंत्रिमंडल के दो सदस्यों को जांच करने के लिए घटनास्थल के लिए रवाना किया है.
 
अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद मुख्यमंत्री ने राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई और राज्य के महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री रमशिला साहू और शिक्षा मंत्री केदार कश्यप को घटना की जांच के लिए रवाना कर दिया. मंत्रियों के साथ अधिकारियों का दल भी रवाना हो गया है. दूध के सैंपल की भी जांच की जा रही है. 
 
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कुपोषण से मुक्ति के लिए आंगनबाड़ी के बच्चों को सुगंधित दूध देने की घोषणा की थी. घोषणा के अनुरूप बच्चों को मुख्यमंत्री अमृत योजना के तहत सप्ताह में एक बार दूध दिया जाता है. बच्चों को दूध छत्तीसगढ़ दुग्ध महासंघ के माध्यम से दिया जा रहा है.
 
छत्तीसगढ़ दुग्ध महासंघ के अध्यक्ष रसिक परमार ने बताया कि सोमवार को इस योजना के तहत राज्य के ढ़ाई लाख बच्चों को दूध दिया गया था. जब मामला सामने आया तब उन्होंने संघ के प्रबंध संचालक एसएस गहरवार को जांच के लिए घटनास्थल रवाना कर दिया है.
 
इधर राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने राज्य शासन पर अमृत के नाम पर बच्चों को जहर देने का आरोप लगाया है. छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि राज्य में अमृत के नाम पर बच्चों को जहर परोसा जा रहा है. यह राज्य सरकार की आपराधिक लापरवाही है. इस मामले के दोषी अधिकारियों या कर्मचारियों को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजा जाना चाहिए.



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment