आतंकी हमले में बिहार-झारखंड के सपूत शहीद प्रमोद कुमार को अंतिम विदाई
स्वतंत्रता दिवस के दिन 15 अगस्त को श्रीनगर में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए सीआरपीएफ के कमांडेंट प्रमोद कुमार का शव मंगलवार को झारखंड के जामताड़ा के मिहीजाम लाया गया.
शहीद प्रमोद कुमार को अंतिम विदाई (फाइल फोटो) |
शहीद अधिकारी प्रमोद कुमार बिहार के बख्तियारपुर के रहने वाले थे. उनका संबंध झारखंड के जामताड़ा से भी था. जहां उनका परिवार रहता है.
उनका पार्थिव शरीर जामताड़ा पहुंच गया है. जहां राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी.
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उनके निधन पर दुख प्रकट किया है.
15 अक्टूबर, 1972 में पटना के बख्तियारपुर में जन्मे प्रमोद कुमार 1998 में सीआरपीएफ में शामिल हुए थे. वह 2011 से 2014 तक प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात एसपीजी का हिस्सा भी रहे.
18 साल की सेवा के बाद उन्हें कुछ महीने पहले ही प्रमोशन के बाद कमांडिंग ऑफिसर का पद मिला था. वह अपने पीछे पत्नी नेहा त्रिपाठी और बेटी आरना को छोड़ गए हैं.
गौरतलब है कि सोमवार को कश्मीर घाटी में आतंकियों के साथ सीआरपीएफ की मुठभेड़ हुई. सुरक्षाबलों की कार्रवाई में पांच आतंकवादी मारे गये, जिसमें दो को अकेले प्रमोद कुमार ने ढेर किया. उसके बाद उन्हें आतंकी की गोली लग गयी और उन्हें बचाया नहीं जा सका.
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