गैंग रेप के बाद नाबालिग बनी मां, अब तक नहीं मिला न्याय
बिहार के मुजफ्फरपुर में अपहरण के बाद सामूहिक बलात्कार की शिकार हुई 10वीं की एक छात्रा मां बन गई है.
(फाइल फोटो) |
पीड़िता की मां ने कोर्ट से गर्भपात की इजाजत भी मांगी थी लेकिन कोर्ट ने इजाजत नहीं दी और 12 मई को छात्रा ने एक बच्चे का जन्म दिया.
मामला मुजफ्फरपुर कुढ़नी थाना क्षेत्र के चढ़ुआ गांव का है. यहां पिछले साल 24 जून को पड़ोस के तीन लोगों ने 10वीं की छात्रा का अपहरण कर लिया था. इसके बाद वह उसे उड़ीसा ले गए. तीनों आरोपियों संजीव, धर्मेन्द्र और सिकंदर ने छात्रा को एक घर में बंधक बनाकर रखा और छह माह तक उसके साथ बलात्कार किया. विरोध करने पर वे उसे पीटते थे. इस दौरान जब उन्हें लड़की के गर्भवती होने का पता चला तो 24 नवम्बर को उसे वापस गांव लाकर छोड़ दिया.
बेटी के अपहरण के तुरंत बाद छात्रा के परिजनों ने कुढ़नी थाना जाकर अपनी बेटी के अपहरण की शिकायत थाने में की थी. लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया और उन्हें थाने से भगा दिया था.
बेटी के वापस आने और गर्भवती होने की सूचना के बाद भी थानाध्यक्ष द्वारा कारवाई नहीं करने पर पीड़िता की मां ने न्याय के लिए कोर्ट से गुहार लगाई.
कोर्ट के आदेश पर कुढ़नी पुलिस ने नौ दिसंबर को एफआईआर दर्ज की. लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.
पीड़िता की मां ने कोर्ट से बेटी के तीन माह के गर्भ के गर्भपात की इजाजत मांगी थी. लेकिन कोर्ट ने इजाजत नहीं दी. जिसके बाद 12 मई को उसने अपने घर में बच्चे को जन्म दिया.
छात्रा की ओर से कोर्ट में आवेदन देकर मां-बच्चे की सूचना दी गई. अब छात्रा बच्चे को लेकर न्याय के लिए दर-दर भटक रही है.
छात्रा के परिजनों का आरोप है कि आरोपी लगातार छात्रा को केस वापस लेने का दबाव डाल रहे हैं और ऐसा न करने पर मां-बच्चे को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.
इस मामले में डीएसपी अजय कुमार ने कहा की मामला संज्ञान में आएगा तो त्वरित कार्रवाई की जाएगी.
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