बिहार में भाजपा का बहुमत तय: सर्वे
एक चैनल के सर्वे के मुताबिक बिहार चुनाव से पहले अगर लालू, नीतीश और कांग्रेस का गठबंधन नहीं हुआ तो भाजपा को बहुमत मिल जाएगा.
भाजपा (फाइल) |
इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधाससभा चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं. इस बीच ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि लालू प्रसाद नहीं चाहते हैं कि आरजेडी और जेडीयू का विलय हो, अगर विलय नहीं होता है तो बिहार विधानसभा में भाजपा को फायदा पहुंच सकता है.
शुक्रवार को हुई बैठक में एक बैठक में जेडीयू के अध्यक्ष शरद यादव और समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने हिस्सा लिया. इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शामिल नहीं हुए.
कुमार के सहायकों ने दावा किया कि उनके आंख का छोटा सा आपरेशन हुआ है और उन्हें आराम करने की सलाह दी गई है.
गौरतलब है कि जनता परिवार के छह दलों, समाजवादी पार्टी, जद यू, जद (एस), आरजेडीए इनेलो और समाजवादी जनता पार्टी ने 15 अप्रैल को अपने विलय की घोषणा की थी और सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव को नए दल का प्रमुख घोषित किया गया था, लेकिन ऐसे संकेत आ रहे हैं कि सपा और राजद इस पर दोबारा गौर करना चाहते हैं.
वहीं बिहार चुनाव से पहले एक चैनल के सर्वे में सामने आया है कि अगर लालू, नीतीश और कांग्रेस का गठबंधन नहीं हुआ तो बीजेपी को बहुमत मिल जाएगा. ओपिनियन पोल के मुताबिक अगर नीतीश, आरजेडी और कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुनाव उतरते हैं तो एक बार फिर सत्ता में आ सकते हैं.
इस गठजोड़ में जेडीयू गठबंधन के 127 सीटें जीतकर बहुमत का जादुई आंकड़ा पार कर जाने के आसार हैं, जबकि बीजेपी गठबंधन 112 सीटों पर सिमट जाएगा, निर्दलीय और अन्य के खाते में 4 सीटें जाती दिख रही हैं.
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