अपतटीय बिजली ग्रिड बनाएं जर्मनी व पड़ोसी दे
Last Updated 09 Jan 2010 04:49:51 PM IST
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बर्लिन। नवीकृत ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए जर्मनी व आठ पड़ोसी देशों ने समुद्र मार्ग में बिजली ग्रिड की योजना बनाई है। इसके तहत इन देशों की मौजूदा व भावी परियोजनाओं को मिलाया जाएगा।
इस परियोजना नॉर्थ सी आफशोर ग्रिड इनीशिएटिव पर 30 अरब यूरो (42,994 अमेरिकी डालर) की लागत का अनुमान है। इस योजना के तहत नॉर्थ सी में समुद्री पारेषण लाइनें बिछाई जाएंगी। प्रस्तावित योजना के तहत नार्थ सी के पवन ऊर्जा पार्को को नार्वे के
पनबिजली कारखानों तथा बेल्जियम व डेनमार्क की ज्वारीय परियोजनाओं से जोड़ा जाएगा। इन सभी देशों की विभिन्न बिजली परियोजनाओं को एक दूसरे से जोड़ दिया जाएगा।
जर्मनी, ब्रिटेन, फ्रांस, बेल्जियम, डेनमार्क, नीदरलैंड, आयरलैंड, लग्जमबर्ग तथा नार्वे की सरकार के प्रतिनिधियों ने इस परियोजना पर पिछले माह सैद्धांतिक मंजूरी दे दी।
इन सरकारों ने इस बारे में व्यावहार्यता रपट पहले ही तैयार करवा ली थी।
जर्मनी के आर्थिक व प्रौघोगिकी मंत्री रैने ब्रुइदरले ने कहा, इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य नवीकृत ऊर्जा प्रणाली विकसित करना तथा उनके प्रभावी ढंग से आपस में सम्बद्ध करना है।
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