टैगोर साहित्य सम्मान से 8 लेखक सम्मानित
Last Updated 25 Jan 2010 10:25:14 PM IST
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नयी दिल्ली। पहली बार दिए जा रहे टैगोर साहित्य सम्मान से भारतीय भाषाओं के आठ लेखक सम्मानित किए गए।
इसकी शुरुआत दक्षिण कोरिया सरकार ने की है। इस मौके पर दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति की पत्नी किम यून ओके मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित थीं।
इस सम्मान को सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स और साहित्य अकादमी ने स्थापित किया है। बंगाली, गुजराती, हिन्दी, कन्नड़, कश्मीरी, पंजाबी, तेलगू और बोडो भाषाओं के विकास में योगदान देने के लिए आठ लेखकों को सम्मानित किया गया।
इसमें अलोक सरकार को 'अपापाभूमि' (बांग्ला), ब्रजेंद्र कुमार ब्रह्मा को 'रैथइहला' (बोडो),भगवानदास पटेल को 'मेरी लोकयात्रा' (गुजराती), राजी सेठ को 'गमे-हयात ने मारा' (हिन्दी), नसीम शफई को 'ना थ्से ना अक्स' (कश्मीर), चंद्रशेखर कम्बर को 'शिकारा सूर्या' (कन्नड़), जसवंत सिंह कंवल को 'पुन्या दा चानन' (पंजाबी) और कोवेला सुप्रसन्नाचार्य को 'अंथरंगम' (तेलगू) के लिए सम्मानित किया गया।
सैमसंग दक्षिणी-पश्चिमी एशिया के अध्यक्ष जेएस सीन ने कहा, ‘रवींद्रनाथ टैगोर भारत की तरह दक्षिणी कोरिया में भी श्रद्धेय हैं। यह पुरस्कार साहित्य की सत्ता के माध्यम से सभी धर्मो, क्षेत्रों और संस्कृतियों को जोड़ेगा।‘
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