जोधपुर में अनोखी परम्परा: शादी के लिए कुंवारे खाते हैं मार...
जोधपुर में एक अनूठी परंपरा है जहां \'शादी के लिए कुछ भी सहेगा\' की तर्ज पर कुंवारे लड़के लड़कियों से मार खाते हैं और लड़कियां इन पर जमकर डंडे बरसाती है।
फाइल फोटो |
औरत कमजोर नहीं है, उसके हाथों से बरसती है लाठियां. मर्द खाते है चाव से महिलाओं की मार, दुनिया में एक रात ऐसी जिसमे सिर्फ और सिर्फ महिलाओं का राज होता है. और ये अनोखी रात सजती है जोधपुर में जहाँ औरतें पूरी रात जमकर मस्ती करती है.
इस रात में कुछ कुंवारे जानबूझकर बेंत की मार खाने जाते है क्योंकि ये मान्यता है की इन औरतों के हाथ से कोई भी कुंवारा अगर मार खाता है तो उसकी शादी एक साल में हो जाती है, मतलब मार खाओ ब्याह रचाओ.
जोधपुर शहर की गलियों में एक रात सिर्फ और सिर्फ औरतों का राज रहता है. सदियों से चली आ रही परम्परा के चलते इस रात पूरा शहर औरतों के अधीन होता है. जब औरतें स्वांग रच कर अपने घर से बाहर निकलती है तब यहाँ औरत ही राजा है, औरत ही रानी है, रावण भी ये ही है और राम भी ये ही है, ये सब कुछ औरतें करेंगी. मर्द अगर यहाँ गए तो उन्हें खाने पड़ेंगे डंडे, क्योंकि हर औरत के हाथ में एक बेंत जरुर होगी और ये बेंत होती है मर्दों की पिटाई करने के लिए! क्योंकि उन्होंने एक रात की औरत की सत्ता में घुसपेठ करने की कोशिश की है.
मार भी पड़े तो वो दर्द नही एक अनोखी मिठास देती है. इस रात की ही बात करें तो यहाँ मार खानें वालों का तांता सा लगा रहता है. महिलाएं भी गजब के स्वांग रचकर आती है और लाठियाँ बरसाती है. एक बार तो उनका पति भी सामने आ जाए तो क्या मजाल की उसे पहचान जाए. ऐसा ही होता है जब हर लड़की और महिला की तस्वीर भी नकली हो और वो स्वांग रची हो, और तो और अब इस मेले की रौनक बढ़ाने के लिए विदेशी औरतें भी यहाँ आने लगी है.
ये सब होता है लगातार सोलह दिन तक सुहाग की लम्बी उम्र के लिए पूजा अर्चना करने वाली सुहागिनों के सोलह दिन के व्रत के उद्ध्यापन करने से पहले. शाम को सज धजकर औरतें शहर में निकलती है, जगह जगह गाने बजते है, लड़कियाँ डांस करती है और स्वांग बनी औरतें घूमती है.
ये सब सुबह पांच बजे उद्ध्यापन की पूजा होने तक चलता है, फिर सभी अपने अपने घर जाती है. ऐसे होता है हर साल जोधपुर शहर में एक रात के लिए औरतों का राज जहाँ अगर मर्द जाते है तो सिर्फ और सिर्फ डंडे ही खाते है.
खास बात ये है इस धम चक में एक रात के लिए विधवाओं को जमकर मस्ती करने की इजाजत होती है. शायद दुनिया की ये एक ही ऐसी रात है जिसमे विधवाएं भी डंडे बरसाती है और मर्द इस बात का जरा भी एतराज नहीं करते. जाहिर है औरतों की इस अनोखी रात का नजारा हर कोई देखना जरुर चाहेगा.
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