जानिये गणतंत्र दिवस पर ये हुआ पहली बार,ओबामा ने तोड़ा अमेरिकी, भारतीय प्रोटोकाल
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने गणतंत्र दिवस की परेड के मौके पर एक साथ दो प्रोटोकॉल तोड़ा है.
गणतंत्र दिवस पर पहली बार (फाइल फोटो) |
प्रोटोकॉल में एक भारत का था और दूसरा अमेरिका का है. ओबामा भारत के राष्ट्रपति के साथ उनके वाहन में राजपथ तक नहीं गए और समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में दो घंटे से ज्यादा समय तक खुले आसमान के नीचे रहे.
भारतीय प्रोटोकॉल के अनुसार समारोह के मुख्य अतिथि को भारत के राष्ट्रपति के साथ राष्ट्रपति भवन से उनके वाहन में ही समारोह स्थल तक जाना होता है. ओबामा ने इस परंपरा से हटते हुए अपनी बेहद सुरक्षित लिमोजीन ‘‘द बीस्ट’’ से राजपथ जाने का फैसला किया, जबकि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी अपनी अलग कार से राजपथ पर पहुंचे.
भारत के 66वें गणतंत्र दिवस समारोहों में मुख्य अतिथि के तौर पर ओबामा दो घंटे से भी अधिक समय तक खुले आसमान के नीचे रहे और ऐसा कर उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए उत्तरदायी एजेंसी सीक्रेट सर्विस के सुरक्षा दिशा-निर्देशों का ‘उल्लंघन’ किया.
सुरक्षा दिशा-निर्देशों के अनुसार वह खुले आसमान के तले किसी भी समारोह में 20 मिनट से ज्यादा नहीं गुजार सकते हैं. अमेरिकी मीडिया के अनुसार राष्ट्रपति ने कभी किसी आउटडोर समारोह में 45 मिनट से अधिक नहीं गुजारे हैं.
66वें गणतंत्र दिवस समारोह में पहली बार
देश के 66वें गणतंत्र दिवस समारोह में कई बातें पहली बार हुईं. पहली बार गणतंत्र दिवस परेड पर राजपथ पर सेना, नौसेना और वायुसेना की पूरी महिलाओं की टुकडी ने मार्च किया.
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने के साथ पहली बार किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने 26 जनवरी की परेड में मेहमान के तौर पर उपस्थिति दर्ज कराई.
हाल ही में खरीदे गये लंबी क्षमता के समुद्री निगरानी और पनडुब्बी रोधी विमान पी-8आई और आधुनिक लडाकू विमान मिग-29के ने पहली बार गणतंत्र दिवस समारोह में मौजूदगी दर्ज कराई.
सीआरपीएफ के नक्सल रोधी विशेष बल ‘कोबरा’ के कमांडो ने पहली बार राजपथ पर मार्च किया. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा अलग-अलग वाहनों के काफिले में पहुंचे. परंपरागत तौर पर भारत के राष्ट्रपति और विदेशी मेहमान एक साथ पहुंचते हैं.
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