स्मार्टफोन अधिक इस्तेमाल से घटती है प्रजनन क्षमता
स्मार्टफोन, आईपैड, लैपटाप और इलेक्ट्रानिक उपकरणों के अधिक इस्तेमाल से वीर्य की गुणवत्ता और डीएनए पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
ये तरंगें कर सकती है नपुंसकता (फाइल फोटो) |
लोगों के भागदौड की जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा बन चुके ये उपकरणों के ज्यादा इस्तेमाल से प्रजनन क्षमता 30 से 40 प्रतिशत तक घट सकती है.
शोध जर्नल फर्टिलिटी एंड स्टर्लिटी में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार मोबाइल और वाईफाई से निकलने वाली रेडियो तरंगें पुरूषों के वीर्य और डीएनए को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त करती हैं.
मोबाइल फोन को जननांग के समीप रखने वाले लोगों की वीर्य गुणवत्ता इनसे निकलने वाली विद्युत चुंबकीय तरंगों की वजह से काफी प्रभावित होती है.
इनफर्टिलिटी एवं आईवीएफ विशेषज्ञ ऋषिकेश पाई ने कहा कि बच्चों की चाह रखने वाले लोगों के लिए वीर्य की गुणवत्ता काफी महत्वपूर्ण होती है.
एक अनुमान के अनुसार मोबाइल फोन के अधिक इस्तेमाल से प्रत्येक पांच में से एक पुरूष की वीर्य की गिनती और गुणवत्ता में कमी आती है. पूरी दुनिया में प्रजनन क्षमता घटने की
समस्या से करीब आठ करोड पुरूष जूझ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन के अत्यधिक इस्तेमाल से शरीर में प्रमुख प्रजनन हार्मोन टेस्टेस्टरॉन और ल्यूटिनाइजिंग का प्रसार काफी तेजी से घटता है. जिससे पुरूषों में वीर्य की गुणवत्ता में कमी आती है.
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