भूस्खलन प्रभावित पुणे के मालिन गांव में कुदरत का करिशमा, मासूम के रोने से बची 4 लोगों की जान
भूस्खलन प्रभावित पुणे के मालिन गांव में राहतकर्मियों ने मलबे से अब तक 49 शव निकाले हैं, एक परिवार ऐसा है जो बच्ची की वज़ह से बचा.
मासूम के रोने से बची चार जानें |
लेकिन खराब मौसम के कारण राहतकर्मियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा और मलबे में दबे अन्य लोगों के जीवित होने की उम्मीदें अब कम हो गई हैं.
इस बीच राहत कर्मियों ने तीन माह की बच्ची के चलते पूरे परिवार के चार सदस्यों की जान बचाने में कामयाब रहे. बच्ची के रोने की आवाज सुनकर राहत कर्मियों ने जब मलबे में तलाश शुरू की तो पूरे परिवार को जिंदा बचा लिया गया.
सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सभी की हालत खतरे से बाहर बताई गई है.
लिंबे परिवार तीन महीने के रूद्र नाम के इस बालक का शुक्रगुजार है, जिसके रोने की आवाज की वजह से वह आज जीवित हैं.
वहीं गुरुवार को केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अंबेगांव तालुका के मालिन गांव के दुर्घटनास्थल का दौरा किया और मृतकों में प्रत्येक के परिजनों को प्रधानमंत्री कोष से दो-दो लाख रुपये की सहायता की घोषणा की.
इस बीच सिद्धी विनायक मंदिर ने मालिन हादसे में राहत के लिए पचास लाख रुपये देने की बात कही है.
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