भीषण गर्मी से जूझ रहे उत्तर भारत के कई हिस्से, दिल्ली-NCR में 47 डिग्री तापमान; डॉक्टरों ने दी सावधानी बरतने की सलाह
हरियाणा और दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई हिस्से भीषण गर्मी की चपेट में हैं और सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी के नजफगढ़ में तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो देश में सबसे अधिक है।
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आईएमडी ने दिल्ली में अगले सात दिनों तक लू चलने की चेतावनी जारी की है। अधिकतम तापमान 44 से 47 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। सोमवार को दिल्ली और उसके आसपास का अधिकतम तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो देश में सबसे अधिक है।
दिल्ली के कई हिस्सों में तापमान फिर से 47 डिग्री सेल्सियस के स्तर को पार कर गया, मौसम कार्यालय ने राष्ट्रीय राजधानी में ऊष्ण लहर से भीषण ऊष्ण लहर की स्थिति के कारण अगले पांच दिन के लिए ‘रेड’ अलर्ट जारी किया है।
कई राज्य सरकारों ने स्कूलों से कुछ दिनों के लिए छुट्टियां घोषित करने को कहा है, लेकिन ऑनलाइन कक्षाओं का विकल्प भी प्रदान किया गया है।
दिल्ली सरकार ने उन स्कूलों को तत्काल प्रभाव से ऐसा करने का निर्देश दिया जो गर्मी की छुट्टियों में बंद नहीं हुए हैं।
दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने एक परिपत्र में कहा कि सभी स्कूलों को इस शैक्षणिक वर्ष के लिए 11 मई से 30 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश रखने का निर्देश दिया जाता है।
आईएमडी ने पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के लिए गंभीर हीटवेव रेड अलर्ट भी जारी किया है। कहा गया है कि आने वाले दिनों में हीटवेव से लेकर गंभीर हीटवेव की स्थिति बनी रहेगी।
डॉक्टरों ने दी सावधानी बरतने की सलाह
फोर्टिस गुड़गांव के इंटरनल मेडिसिन के वरिष्ठ निदेशक डॉ. सतीश कौल ने आईएएनएस को बताया, "लंबे समय तक उच्च तापमान के संपर्क में रहने से हीट स्ट्रोक हो सकता है।"
सर गंगा राम अस्पताल में आंतरिक चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ सलाहकार और प्रमुख संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. अतुल गोगिया ने कहा, "गर्मी के महीनों के दौरान अत्यधिक उच्च तापमान के संपर्क में आने से हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, पानी की कमी से होने वाली बीमारियां हो रही हैं।"
डॉ. सतीश ने कहा कि उच्च तापमान तब भी घातक हो सकता है जब किसी व्यक्ति में मानसिक स्थिति में बदलाव या व्यवहार में बदलाव जैसे न्यूरोलॉजिकल लक्षण विकसित हो जाएं।
डॉ. अतुल ने आईएएनएस को बताया कि डिहाइड्रेशन के कारण गुर्दे का बंद होना भी जीवन के लिए खतरा हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा कि बढ़ता तापमान हर किसी को प्रभावित कर सकता है, लेकिन उम्रदराज लोगों में गर्मी की बीमारी का खतरा अधिक होता है।
इस बीच, दिल्ली सरकार ने बढ़ती गर्मी को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी कर दी है।
कौशांबी के यशोदा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के डॉ. जी.जे. सिंह ने आईएएनएस को बताया कि उच्च तापमान से उल्टी, ऐंठन, सिरदर्द, चक्कर आ सकता है।
विशेषज्ञों ने अत्यधिक गर्मी के दौरान घर के अंदर रहने, हल्के कपड़े पहनने, ज्यादा पानी पीने, संतुलित भोजन करने और बाहर के भोजन से बचने की सलाह दी है।
उत्तर भारत के बड़े हिस्से में जहां चिलचिलाती गर्मी
राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा, जिससे दैनिक जनजीवन प्रभावित हुआ और अधिकतर लोग घरों के अंदर ही रहे।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा, “आज (सोमवार को) हरियाणा और दिल्ली के कई स्थानों पर ऊष्ण लहर से लेकर गंभीर ऊष्ण लहर की स्थिति रही। राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में और पंजाब, गुजरात व मध्य प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में ऊष्ण लहर की स्थिति देखी गई।”
पंजाब सरकार ने भीषण गर्मी के बीच सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों में 21 मई से 30 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा की है।
स्कूल शिक्षा निदेशालय, जम्मू ने अत्यधिक गर्मी के कारण स्कूलों के समय में बदलाव का आदेश दिया है। उच्चतर माध्यमिक स्तर तक के सभी सरकारी और निजी (मान्यता प्राप्त) स्कूलों में सोमवार से नया समय सुबह 8 बजे से दोपहर तक लागू हो गया।
हिमाचल प्रदेश में उच्च शिक्षा निदेशालय ने भी कई जिलों में ऊष्ण लहर की चेतावनी जारी होने के बाद निचले पहाड़ी इलाकों स्कूलों के समय में बदलाव का आदेश दिया है।
उत्तर भारत के बड़े हिस्से में जहां चिलचिलाती गर्मी पड़ रही है, वहीं केरल और तमिलनाडु जैसे दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश हो रही है, जो इस महीने के अंत में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत का संकेत है।
राष्ट्रीय राजधानी के आयानगर में अधिकतम तापमान 45.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री अधिक है। मौसम केंद्र ने 28 मई 1988 को 47.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया था, जो 1967 और 2024 के बीच सबसे अधिक था।
दिल्ली के बेस स्टेशन सफदरजंग ने 29 मई, 1944 को उच्चतम अधिकतम तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था जो मौसम स्टेशन में दर्ज उच्चतम तापमान था। सफदरजंग बेस स्टेशन में 1931 से रिकॉर्ड रखा हुआ है।
अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास स्थित पालम स्टेशन पर 26 मई 1998 को अधिकतम तापमान 48.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। पालम के पास 1956 से पहले के रिकॉर्ड हैं।
राजस्थान के गंगानगर में पारा 46.3 डिग्री, बाडमेर में 46.1 डिग्री, कोटा में 45.8 डिग्री, चुरू में 45.5 डिग्री और बीकानेर में 44.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
मध्य प्रदेश में, रतलाम और नौगोंग में अधिकतम तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, इसके अलावा दतिया में 45.2 डिग्री, खजुराहो में 44.8 डिग्री और ग्वालियर में 44.7 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।
हरियाणा में, सिरसा में अधिकतम तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, इसके बाद नूंह में 46.8 डिग्री, फरीदाबाद में 46.2 डिग्री, झज्जर में 45.9 डिग्री और भिवानी और नारनौल में 45.7 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।
पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पंजाब में अमृतसर में अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री सेल्सियस जबकि लुधियाना में 43.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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