मैं ‘राष्ट्र प्रथम’ से प्रेरित हूं, कुछ लोग ‘परिवार प्रथम’ से प्रेरित हैं: मोदी

Last Updated 17 Mar 2024 09:43:57 AM IST

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि अनिश्चितता से जूझ रही दुनिया में जो बात तय मानी जा रही है, वह है कि भारत तेज गति से विकास करता रहेगा।


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

मोदी ने यहां ‘इंडिया टुडे कॉन्क्लेव’ को संबोधित करते हुए विपक्ष का नाम लिये बिना कहा कि वह (मोदी) ‘‘राष्ट्र प्रथम’’ से प्रेरित हैं जबकि ‘‘वे (विपक्ष) परिवार प्रथम’’ की सोच पर चलते हैं।

उन्होंने लोकसभा चुनाव में अपनी सरकार के सत्ता में बरकरार रहने का भरोसा जताते हुए कहा कि लोग अगले पांच साल में निर्णायक नीतियां एवं फैसले देखेंगे और वह उनपर काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि अगले पांच साल दुनिया के लिए एक स्थिर, सक्षम और मजबूत भारत की गारंटी होंगे और विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाया जाएगा।

मोदी ने कहा कि उनकी सरकार की भ्रष्टाचार को कतई सहन नहीं करने की नीति रही है और सभी एजेंसियों को भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने की पूरी स्वतंत्रता दी गई है। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि कुछ लोगों के पेट में दर्द हो रहा हैं।

उन्होंने स्पष्ट रूप से विपक्षी नेताओं का जिक्र करते हुए यह बात कही। विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर अपने प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।

उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 2014 तक केवल 5,000 करोड़ रुपये जब्त किए थे, जबकि उसने अब एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की है तथा साइबर एवं मादक पदार्थ संबंधी अपराध और आतंकवाद से जुड़े लोगों को गिरफ्तार किया है।

मोदी ने कहा कि कुछ लोग उन्हें अपशब्द कहने का अभियान चला रहे हैं, लेकिन उनकी मंशा और प्रतिबद्धता पर सवालिया निशान है।

उन्होंने समाचार चैनल के एक लोकप्रिय कार्यक्रम के नाम का जिक्र करते हुए कहा कि देश इन लोगों को स्पष्ट रूप से ‘‘सो सॉरी’’ कह रहा है।

मोदी ने समाज के वंचित वर्गों की मदद के लिए उनकी सरकार द्वारा पिछले कुछ वर्षों में लाई गई कई कल्याणकारी योजनाओं का विस्तार से जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि ये मुद्दे मीडिया की सुर्खियां नहीं बनते, लेकिन ये लोगों को प्रभावित करते हैं। उन्होंने मुद्रा और स्वनिधि जैसी योजनाओं के प्रभाव के बारे में विस्तार से चर्चा की, जिनके तहत गरीबों और रेहड़ी-पटरी वालों को उनके व्यवसाय के लिए बिना गारंटी के सरल और आसान शर्तों पर ऋण दिया जाता है।

मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी सरकार ‘उद्योग 4.0’ को लक्ष्य बना रही है, जबकि कुछ लोग अभी भी गैराज में जाते हैं और पहियों के आसपास घूमते हैं।
‘उद्योग 4.0’ डिजिटल प्रौद्योगिकियों को एकीकृत करने वाली आधुनिक विनिर्माण प्रक्रिया है। गांधी पिछले साल एक गैराज में गए थे और समाज के विभिन्न वर्गों तक अपनी पहुंच बढ़ाने के तहत उन्होंने वहां कर्मचारियों से बात की थी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार की ‘ड्रोन दीदी’ योजना के तहत ग्रामीण महिलाओं द्वारा ड्रोन का उपयोग किए जाने के पीछे उनका विचार समाज की मानसिकता में बदलाव लाना था।

मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने लोगों के जीवन में सुगमता को बढ़ावा देने के लिए काम किया है और उन्होंने लोगों के जीवन में सरकार की भूमिका को कम करने के अपने शासकीय दर्शन को रेखांकित किया है।

उन्होंने कहा कि अगर उनका वश चले तो वे 2047 तक लोगों के जीवन से सरकार की भूमिका को हटा दें।

उन्होंने कहा कि एक आम आदमी को अपनी जिंदगी अपनी इच्छानुसार जीने की आजादी होनी चाहिए और उनकी सरकार ने सैकड़ों कानूनों एवं विनियमों को समाप्त कर दिया है।

मोदी ने कहा कि 2014 में उनकी सरकार के सत्ता में आने से पहले लोगों को 2,00,000 रुपये की आय पर कर देना पड़ता था, जबकि अब 7,00,000 रुपये की आय पर कोई कर नहीं है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वह तालियां बटोरने के लिए करदाताओं का पैसा बांट सकते थे, लेकिन यह उनका तरीका नहीं है। मोदी ने कहा कि उनका मानना है कि लोगों का पैसा बचाकर उनका जीवन आसान बनाया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि यह दीर्घकाल में और देश के हित में अच्छा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वह अगली पीढ़ी को एक समृद्ध भारत सौंपना चाहते हैं।

मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्य पहले की सरकारों की प्राथमिकताओं में सबसे नीचे आते थे, लेकिन उन्होंने सुनिश्चित किया कि उनके मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी नियमित रूप से इस क्षेत्र का दौरा करें।

मोदी ने कहा कि उन्होंने पशुओं के लिए लगभग 15,000 करोड़ रुपये की लागत वाला टीकाकरण कार्यक्रम भी शुरू किया है।

उन्होंने कहा कि स्टार्ट-अप की संख्या कुछ सौ से बढ़कर 1.25 लाख हो गई है और लगभग 600 जिलों में ये स्टार्ट-अप हैं। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि कैसे छोटे शहरों के युवा स्टार्ट-अप क्रांति का नेतृत्व कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि ‘विकसित भारत’ का निर्माण करना ही देश का मिजाज है। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों में ‘जीवन सुगमता’ जैसे शब्द नहीं सुने जाते थे और उस दौरान संसाधनों पर शक्तिशाली लोगों का पहला अधिकार होता था।

भाषा
नई दिल्ली


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