Electoral Bond: चुनावी बॉण्ड को विपक्ष ने बताया बड़ा घोटाला', SIT जांच की मांग की

Last Updated 15 Mar 2024 03:36:46 PM IST

राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने शुक्रवार को चुनावी बॉण्ड योजना को ‘‘बहुत बड़ा घोटाला’’ करार दिया और कहा कि इस मामले की जांच के लिए अदालत द्वारा नियुक्त अधिकारियों का एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया जाए।


राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने शुक्रवार को चुनावी बॉण्ड योजना को ‘‘बहुत बड़ा घोटाला’’ करार दिया और कहा कि इस मामले की जांच के लिए अदालत द्वारा नियुक्त अधिकारियों का एक विशेष जांच दल (एसआईटी

चुनावी बॉण्ड के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में दायर मामले में याचिकाकर्ताओं की पैरवी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता सिब्बल ने यहां संवाददाता सम्मेलन में यह आरोप भी लगाया कि यह योजना ‘गैरकानूनी’ थी और इसका उद्देश्य एक राजनीतिक दल को इस तरह से समृद्ध करना था कि कोई भी अन्य राजनीतिक दल उसका मुकाबला नहीं कर सके।

उनकी यह टिप्पणी निर्वाचन आयोग द्वारा चुनावी बाण्ड के आंकड़े सार्वजनिक किए जाने के एक दिन बाद आई है।

सिब्बल ने कहा, ‘‘इस योजना को पूर्व वित्त मंत्री (अरुण जेटली) ने शुरू किया था और उन्होंने सोचा था कि इस तरह से कोई भी राजनीतिक दल हमसे (भाजपा) मुकाबला नहीं कर पाएगा। वह सही साबित हुए। जिसके पास पैसा है, वही चुनावी मुकाबले में रह सकता है।’’

राज्यसभा सदस्य ने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए कि किस राजनीतिक दल को कितना चंदा मिला।

उन्होंने कहा, ‘‘सवाल यह है कि बांड किसके पास गए? बांड संख्या का पता लगाया जा सकता है, यह जांच का विषय है।’’

उन्होंने कहा कि जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया जाए और इसमें अदालत द्वारा नियुक्त स्वतंत्र अधिकारी हों।

चुनावी बॉण्ड योजना स्वतंत्र भारत का सबसे बड़ा घोटाला : रमेश

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शुक्रवार को चुनावी बॉण्ड योजना को ‘‘स्वतंत्र भारत का सबसे बड़ा घोटाला’’ करार दिया और कहा कि इस पर निर्वाचन आयोग (ईसी) द्वारा साझा किया गया आंकड़ा ‘‘अधूरा’’ था।

उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के खिलाफ नहीं है, लेकिन वह चुनाव प्रक्रिया में ‘वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल’ (वीवीपीएटी) का इस्तेमाल चाहती है ताकि मतदाताओं को पता चले कि उनका वोट सही तरीके से डाला गया है।

महाराष्ट्र के पालघर जिले के वाडा में एक संवाददाता सम्मेलन रमेश ने कहा कि उनकी पार्टी पिछले साल से निर्वाचन आयोग से मिलने का समय मांग रही है, लेकिन अभी तक उन्हें मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) से मिलने का समय नहीं दिया गया है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पूछा, ‘‘आखिर चुनाव आयोग विपक्षी दलों से मिलने से क्यों और किससे डरता है।’’

चुनाव आयोग की वेबसाइट पर प्रकाशित चुनावी बॉण्ड के आंकड़ों का हवाला देते हुए रमेश ने कहा कि विवरण अधूरा है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह आज़ाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला है। हमारे पास उच्चतम न्यायालय जाने का विकल्प है... हम जनता की अदालत में जाएंगे।’’
 

चुनावी बॉण्ड खुलासे से भाजपा की लूट देश के सामने आई- अशोक गहलोत

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनावी बॉण्ड को लेकर शुक्रवार को एक बार फिर केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि आंकड़े सामने आने से उसकी लूट देश के सामने आ गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सट्टेबाजी, जुआ आदि का काम करने वाली कंपनियों तक से चंदा लिया है और यही भाजपा के चरित्र का सत्यापन है।

गहलोत की यह टिप्पणी निर्वाचन आयोग द्वारा चुनावी बॉण्ड के आंकड़े सार्वजनिक किए जाने के एक दिन बाद आई है। गहलोत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी बयान में कहा, ‘‘इलेक्टोरल बॉण्ड का डाटा सार्वजनिक होने के बाद भारतीय जनता पार्टी द्वारा मचाई गई लूट देश के सामने आ गई है।’’

उन्होंने लिखा, ‘‘चुनावी बॉन्ड की जानकारी से तो ऐसा लगता है कि ईडी, भाजपा का वसूली विभाग बनकर रह गई है। जिन कंपनियों पर केंद्रीय एजेंसियों ने छापे मारे, उन्होंने ही भाजपा को इलेक्टोरल बॉण्ड से चंदा दिया और उनके खिलाफ चल रही कार्रवाई रुक गईं।’’

भाषा
नई दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment