Assembly Elections: भाजपा और सहयोगी दलों के बीच हुआ सीटों के बंटवारे का समझौता, आज होगा ऐलान

Last Updated 04 Mar 2021 11:22:58 AM IST

भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवारों की पहली सूची गुरुवार को जारी कर सकती है।


असम में BJP, सहयोगी दलों के बीच सीटों पर बनी बात

सूची को अंतिम रूप देने के लिए गुरुवार को एक बैठक का अयोजन किया गया है। सीईसी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की संभावना है। विधानसभा चुनाव पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में 27 मार्च से 29 अप्रैल तक विभिन्न चरणों में होंगे। चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में लगभग 824 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा। वोटों की गिनती 2 मई को होगी।

प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा, राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी.एल. संतोष और अन्य वरिष्ठ नेता गुरुवार शाम को पार्टी के राष्ट्रीय मुख्यालय में होने वाली बैठक में हिस्सा लेंगे।

नड्डा और शाह के साथ राज्य इकाइयों द्वारा चुने गए संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा करने के लिए बुधवार को पश्चिम बंगाल और असम से भाजपा के नेता पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं।

सूत्रों ने कहा कि भाजपा की सीईसी पहले दो चरणों में होने वाले चुनावों के लिए उम्मीदवारों को अंतिम रूप देगी। पश्चिम बंगाल की कुल 60 सीटों पर पहले दो चरणों में चुनाव होंगे।

पश्चिम बंगाल में हाईप्रोफाइल निर्वाचन क्षेत्रों में से एक नंदीग्राम है जहां से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनाव लड़ने की संभावना है। यहां दूसरे चरण में चुनाव होना है। ममता बनर्जी के पूर्व करीबी सहयोगी और पश्चिम बंगाल के मंत्री रह चुके सुवेंदु अधिकारी के वहां से एक बार फिर मैदान में उतरने की संभावना है।

असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, उनके डिप्टी हिमंत बिस्वा सरमा, भाजपा के प्रदेश प्रभारी जय पांडा भी बुधवार को दिल्ली पहुंचे और शाह और नड्डा से मिले।

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय, राज्य इकाई के प्रमुख दिलीप घोष और पश्चिम बंगाल इकाई की कोर समिति के अन्य सदस्य भी दिल्ली पहुंच चुके हैं।
 

आगामी असम विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा और उसके सहयोगी दलों, असम गण परिषद (AGP) और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (UPPL) के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर समझौते को बुधवार को अंतिम रूप दे दिया गया। इसकी औपचारिक घोषणा बृहस्पतिवार को की जाएगी।    

इस बीच, सूत्रों ने बताया कि सीटों के तालमेल के मुताबिक अगप को 25 सीटें जबकि यूपीपीएल को 12 सीटें मिल सकती हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में अगप को 14 सीटों पर जीत मिली थी। यूपीपीएल भाजपा के साथ गठबंधन का हाल ही में हिस्सा बनी है। फिलहाल विधानसभा में उसका एक भी सदस्य नहीं है।      

वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 60 सीटों पर जीत मिली थी। वह शेष सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। असम विधानसभा में 126 सीटें हैं।      

पिछले चुनाव में बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) ने भाजपा और अगप के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था और उसने 12 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस बार में चुनाव में बीपीएफ ने कांग्रेस और एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन किया है।      

शाह के आवास पर चली संयुक्त बैठक के बाद भाजपा नेताओं की नड्डा के निवास पर अलग से बैठक हुई और उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की गई।

असम में 27 मार्च से छह अप्रैल के बीच तीन चरणों में मतदान संपन्न होगा। पहले चरण के तहत राज्य की 47 विधानसभा सीटों पर 27 मार्च को, दूसरे चरण के तहत 39 विधानसभा सीटों पर एक अप्रैल और तीसरे व अंतिम चरण के तहत 40 विधानसभा सीटों पर छह अप्रैल को मतदान संपन्न होगा। नामांकन की आखिरी तारीख नौ मार्च है।      

पहले चरण में जिन सीटों पर मतदान होना हैं उनमें माजुली और बोकाखाट विधानसभा सीटें प्रमुख हैं। सोनोवाल माजुली से जबकि अगप के बोरा बोकाखाट से विधायक हैं।      

इस बार असम में भाजपा को अपनी सत्ता बचाने की चुनौती है। वहां उसका सामना कांग्रेस और एआईयूडीएफ के गठबंधन से है। भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव में 10 सालों के कांग्रेस शासन का अंत करते हुए पहली बार पूर्वोत्तर के किसी राज्य में सत्ता हासिल की थी।

भाषा/आईएएनएस
नई दिल्ली


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