यूरोपीय नेताओं के जम्मू-कश्मीर दौरे पर प्रियंका-मायावती ने उठाए सवाल

Last Updated 29 Oct 2019 11:33:15 AM IST

यूरोपियन संघ के सांसदों को जम्मू-कश्मीर जाने की अनुमति देने का भारत में राजनीतिक विरोध हो रहा है। विपक्षी नेता मोदी सरकार के इस फैसले पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।


कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भारतीय सांसदों को रोकना और विदेशी नेताओं को वहां जाने की अनुमति देना ‘‘अनोखा राष्ट्रवाद’’ है।  उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘कश्मीर में यूरोपीय सांसदों को सैर-सपाटा और हस्तक्षेप की इजाजत.. लेकिन भारतीय सांसदों और नेताओं को पहुँचते ही हवाई अड्डे से वापस भेजा गया ! यह बड़ा अनोखा राष्ट्रवाद है।‘‘    



यूरोपीय संघ (ईयू) के 28 सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल को केंद्र सरकार द्वारा कश्मीर जाने की इजाजत देने पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने मंगलवार को कहा कि भारत सरकार अपने देश के सांसदों को कश्मीर भेजती तो बेहतर होता।

मंगलवार को मायवती ने ट्वीट किया, "जम्मू एवं कश्मीर में संविधान के अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के उपरान्त वहां की वर्तमान स्थिति के आंकलन के लिए यूरोपीय यूनियन के सांसदों को जम्मू एवं कश्मीर भेजने से पहले भारत सरकार अगर अपने देश के, खासकर विपक्षी पार्टियों के सांसदों को वहां जाने की अनुमति दे देती तो यह ज्यादा बेहतर होता।"

 

यूरोपीय संघ के 27 सांसदों का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को जम्मू-कश्मीर का दौरा कर रहा है। यह शिष्टमंडल जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को हटाए जाने के बाद वहां की स्थिति का आकलन करेगा।     

ये सांसद जम्मू-कश्मीर के स्थानीय लोगों से बातचीत कर उनके अनुभव जानना चाहते हैं।

एजेंसियां
नई दिल्ली


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