देश को बुधवार को खुले में शौच से मुक्त घोषित करेंगे पीएम
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पांच साल पहले किए अपने वादे के मुताबिक, बुधवार को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर राष्ट्र को खुले में शौच से मुक्त घोषित करेंगे।
![]() प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (फाइल फोटो) |
बुधवार को ही वह देश को एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक से मुक्ति के लिए नए अभियान की भी शुरुआत करेंगे।
पांच साल पहले दो अक्टूबर 2014 को प्रधानमंत्री ने देश को खुले में शौच से मुक्ति के लिए स्वच्छ भारत अभियान चलाने की घोषणा की थी और दो अक्टूबर 2019 तक हर घर को शौचालय युक्त करने का लक्ष्य रखा था। तय कार्यक्रम के अनुसार, पूरे देश में शौचालय बन चुके हैं।
देश को औपचारिक तौर पर खुले से मुक्त होने की घोषणा के लिए अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से सटे साबरमती रिवर फ्रंट में देशभर के सरपंचों का महासम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री पूरे देश को खुले में शौच क्रिया से मुक्त घोषित करेंगे। इस महासम्मेलन में देशभर के 20 हजार से अधिक सरपंच शामिल होंगे।
सम्मेलन में गुजरात के 10000 सरपंचों के अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब और हरियाणा सहित अन्य राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के 10000 सरपंचों समेत कुल 20000 सरपंच शिरकत करेंगे। आयोजन में विभर से हस्तियों को आमंत्रित किया गया है। समारोह में गांधीवादी संस्थानों से जुड़े लोगों, उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों, पद्म पुरस्कार विजेताओं, छात्रों, शिक्षाविदों और ग्राम स्तर के सफाईकर्मियों को भी आमंत्रित किया गया है।
सूत्रों का कहना है कि महासम्मेलन में प्रधानमंत्री सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्ति के लिए जनअभियान की शुरुआत करेंगे। 15 अगस्त के भाषण, मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में और संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में प्रधानमंत्री सिंगल यूज प्लास्टिक से होने वाली परेशानियों का जिक्र कर चुके हैं। वह जनता से स्वत: पन्नी की जगह कपड़े या जूट के थैलों का इस्तेमाल करने की अपील कर चुके हैं।
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