करतारपुर गलियारे पर चार सितंबर को होगी भारत-पाकिस्तान के बीच अगली बैठक
करतारपुर साहिब स्थित गुरुद्धारा जाने के लिए बनाये जा रहे गलियारे पर भारत और पाकिस्तान के बीच उच्च अधिकारियों की बैठक बुधवार को होगी।
करतारपुर साहिब स्थित गुरुद्धारा (फाइल फोटो) |
चार सितंबर को होने वाली यह बैठक भारत की तरफ से वाघा बार्डर-अटारी बार्डर पर होगी। इससे पहले शुक्रवार को दोनों देशों के बीच तकनीकी स्तर की बैठक ‘जीरो प्वाइंट’ पर हुई थी। बुधवार को होने वाली बैठक में करतारपुर गलियारे को खोलने संबंधी प्रारूप दस्तावेज को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने राजनयिक सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि भारत की तरफ से पाकिस्तान की पेशकश के बारे में पहले ही जवाब दे दिया गया है।
पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई दक्षिण एशिया और सार्क महानिदेशक और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मुहम्मद फैसल करेंगे।
यह बैठक सुबह दस बजे शुरु होगी। दोनों देश इस बात पर सहमत हो गए हैं कि पाकिस्तान गलियारे के रास्ते रोजाना पांच हजार सिख श्रद्धालुओं को वीजा मुक्त या की अनुमति देगा। गुरुद्वारा साहिब श्रद्धालुओं को गलियारे मार्ग से समूह अथवा व्यक्तिगतरूप से जाने की अनुमति होगी ।
सूत्रों के अनुसार दोनों देश प्रारुप समझौते पर 80 प्रतिशत तक सहमत हो चुके हैं1
दोनों देशों के बीच करतारपुर साहिब पर पहली उच्च स्तरीय बैठक इस वर्ष मार्च में हुई थी जबकि दूसरे दौर की बातचीत 14 जुलाई को हुई थी। इसके अलावा इस वर्ष दोनों देशों के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल और तकनीकी विशेषज्ञ की चार बार बैठक हो चुकी है। अंतिम बैठक शुक्रवार को जीरो प्वाइंट पर हुई थी।
करतारपुर गलियारा सिखों के प्रथम गुरु गुरुनानक देव की 550वीं जयंती पर नवंबर में खोले जाने का प्रस्ताव है । भारत के जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने और अनुच्छेद 370 के प्रावधान समाप्त किए जाने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने के बावजूद करतारपुर गलियारा पहले से निर्धारित कार्यक्रम के तहत खोले जाने की संभावना है।
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