महाराष्ट्र के रत्नागिरी में भेंडेवाड़ी गांव के निकट मंगलवार देर रात एक छोटा बांध टूटने से छह लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा लोग लापता हो गए।
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रेजीडेंट डिप्टी कलेक्टर दत्ता भडकवाड़ ने कहा कि भारी बारिश के कारण तिवेर बांध मंगलवार रात स्तर से ऊपर बहने लगा और कुछ समय बाद ही करीब 9.30 बजे यह टूट गया।
इसके बाद कम से कम सात गावों में बाढ़ आ गई, भेंडेवाड़ी में दर्जनभर घर बह गए, जिनमें 14 परिवार रह रहे थे।
जिला मुख्यालय से लगभग 90 किलोमीटर दूर पहाड़ी क्षेत्र में स्थित ये प्रभावित गांव दादर, अकले, रिकटोली, ओवाली, करकवने और नंदीवासे हैं। इन गावों की कुल अनुमानित जनसंख्या लगभग 3,000 है।
पुलिस को पानी से अब तक छह शव मिले हैं और शेष लोगों की तलाश जारी है। बांध के लगभग 20 वाहन भी पानी में बह गए।
पुणे और सिंधुदुर्ग से अग्निशमन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों के अलावा आस-पास के क्षेत्रों के स्वयंसेवी लोगों ने युद्ध स्तर पर बचाव अभियान शुरू कर दिया है। शीर्ष पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी घटना स्थल के लिए रवाना हो गए हैं।
यह बांध साल 2000 में बना था और क्षेत्र के लोगों का दावा है कि उन्होंने दो साल पहले जिला प्रशासन को इसमें पानी रिसने की सूचना दी थी लेकिन इसकी कोई मरम्मत नहीं हुई।
महाराष्ट्र के ज्यादातर हिस्से में पिछले पांच दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है, और मंगलवार को प्रदेश भर में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 45 लोगों की मौत हो गई।
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