आपसी झगड़े का संदेश कतई नहीं जाना चाहिए: नायडू

Last Updated 28 Jun 2019 01:20:58 PM IST

राज्यसभा में शुक्रवार को एक सदस्य ने जब छत्तीसगढ़ की सरकार पर नक्सल समस्या के प्रति गंभीर न होने का आरोप लगाया तो उन्हें टोकते हुए सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि सदन में अपनी बात रखते समय इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि आपसी झगड़े का संदेश कतई न जाए।




राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू (फाइल फोटो)

सभापति ने यह भी कहा कि आरोप लगाने के बजाय मुद्दे के समाधान पर जोर दिया जाना चाहिए।     

शून्यकाल के दौरान भाजपा के रामविचार नेताम ने छत्तीसगढ़ में बढ़ती नक्सली हींसा का मुद्दा उठाया।

उन्होंने कहा कि राज्य में लगभग हर दिन नक्सली हिंसा हो रही है। हाल ही में विधायक भीमा मंडावी तथा तीन अन्य लोगों की हत्या की घटना बताती है कि नक्सली कितने बेखौफ हो कर हिंसा फैला रहे हैं।     

नेताम ने राज्य सरकार पर नक्सल समस्या के प्रति गंभीरता न दिखाने का आरोप लगाया जिस पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा, ‘‘सदन में अपनी बात रखते समय इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि आपसी झगड़े का संदेश कतई न जाए।’’    

सभापति ने यह भी कहा कि सदन की कार्रवाई का सीधा प्रसारण किया जाता है और लोग देखते हैं।    

नायडू ने कहा कि आरोप लगाने के बजाय मुद्दे के समाधान पर जोर दिया जाना चाहिए।    

इस पर नेताम ने बोले कि वह यह कहना चाहते हैं कि राज्य सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद राज्य में नक्सली हिंसा पर लगाम नहीं लग पा रही है।    

गौरतलब है कि पिछले दिनों छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल कर कांग्रेस ने भाजपा को सत्ता से बेदखल किया और अपनी सरकार बनाई थी।

भाषा
नयी दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment