‘फोनी’ से निपटने पर भारत की यूएन ने तारीफ की, नीति और सटीक चेतावनी के कारण नुकसान हुआ कम

Last Updated 05 May 2019 06:18:22 AM IST

संयुक्त राष्ट्र के ऑफिस फॉर डिजास्टर रिस्क रिडक्शन (ओडीआरआर) के अनुसार, भारत सरकार की चक्रवातों के लिए जीरो कैजुअल्टी नीति और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के सटीक पूर्व-चेतावनी तंत्र ने चक्रवात फोनी से जान-माल का नुकसान को कम करने में मदद की है।




ओड़िसा में तूफान फोनी के बाद का मंजर।

जेनेवा में शुक्रवार को न्यूज ब्रीफिंग में ओडीआरआर के एक प्रवक्ता डेनिस मैकक्लीन ने कहा, ‘लगता है कि तूफान से मौत के मामले कम करने के लिए उन्होंने बहुत अच्छा काम किया है।’ उन्होंने कहा, ‘आईएमडी ने लगभग सटीक पूर्व-चेतावनियां जारी कीं, जिससे वे लगभग 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर 900 चक्रवाती शिविरों में पहुंचाने की व्यवस्थित योजना को पूरा कर सके।’ ओडिशा में शुक्रवार को पहुंचे फानी की 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं से शनिवार सुबह तक 12 लोगों की मौत हुई है।

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) की एक प्रवक्ता क्लेयर न्यूलिस ने कहा कि लगभग 10,000 लोगों की जान लेने वाले बेहद शक्तिशाली चक्रवाती तूफान बीओबी06 से सीख लेकर, लोगों को बचाने के लिए गहन सावधानियां बरती जा रही हैं।

संयुक्त राष्ट्र के राहत संगठनों के संसाधन पहले ही पिछले दो महीनों में इडाई और केनेथ तूफानों की दोहरी मार झेलने वाले पूर्वी अफ्रीकी देशों को सहयोग कर रहे हैं। मोजाम्बिक में 14 मार्च को आए इडाई ने मेडागास्कर, मोजाम्बिक, मलावी और जिम्बाब्वे में तबाही मचाई, जिसमें लगभग एक हजार लोगों की मौत हुई। इसके छह सप्ताह बाद 24 अप्रैल को केनेथ ने कोमोरोस में हमला कर दिया तथा अगले दिन मोजाम्बिक पहुंच गया। दूसरे तूफान में लगभग 40 लोगों की मौत हो गई।

असम में लगातार बारिश : चक्रवाती तूफान फोनी के प्रभाव से शनिवार को असम के अधिकांश हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है। राज्य सरकार ने शनिवार व रविवार को जोराहाट और माजुली, गुवाहाटी और उत्तरी गुवाहाटी, धुबरी और अन्य जगहों के बीच नौका सेवाओं को बंद करने के लिए अलर्ट जारी किया है।

बिजली, संचार, यातायात प्रभावित
केंद्र ने कहा है कि चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ ने पुरी, भुवनेश्वर और ओडिशा के अन्य इलाकों में दूरसंचार और बिजली आपूर्ति के बुनियादी ढांचे को व्यापक नुकसान पहुंचाया है, जबकि शनिवार को राज्य में रेल और हवाई संपर्क बहाल हो रहा है। कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने ओडिशा में इस चक्रवाती तूफान के दस्तक देने के एक दिन बाद ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के चक्रवात प्रभावित इलाकों में राहत कार्योंं की समीक्षा की। पश्चिम बंगाल सरकार ने चक्रवात के हल्के प्रभाव को दर्ज किया जबकि आंध्र प्रदेश ने भारी बारिश होने और फसलों को कुछ नुकसान पहुंचने की सूचना दी है।

नौसेना ने शुरू किया राहत एवं बचाव कार्य 

भारतीय नौसेना के पूर्वी नौसैन्य कमान ने ओडिशा में भीषण चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ से मची तबाही के बाद बड़े पैमाने पर बचाव एवं पुनर्वास के प्रयास शुरू किए। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक समुद्र में स्थिति का जायजा लेने के लिए नौसेना के डोर्नियर विमान ने दो उड़ानें भरीं और मंदिर नगरी पुरी के आस-पास बड़े पैमाने पर हुई बर्बादी की जानकारी दी। इसमें कहा गया कि पूर्वी नौसैन्य कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ ने स्वयं तूफान प्रभावित इलाकों का हवाई निरीक्षण किया और राहत कार्यों की समीक्षा के लिए आईएनएस चिल्का का दौरा किया।  हवाई निरीक्षणों के आधार पर पूर्वी नौसैन्य कमान राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन के साथ मिल कर पुरी एवं उसके उपनगरों के इर्द गिर्द तीन दिशाओं से राहत एवं पुनर्वास कार्यों को अंजाम दे रहा है।
 

भाषा/आईएएनएस
संयुक्त राष्ट्र/नई दिल्ली/भुवनेश्वर


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