कश्मीर हमले की दुनियाभर में निंदा, अमेरिका ने पाकिस्तान पर बनाया दबाव

Last Updated 15 Feb 2019 11:54:59 PM IST

पाकिस्तानी आतंकी गुट जैश-ए-मोहम्मद (जेएएम) द्वारा जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले किए जाने की दुनियाभर में कड़ी निंदा की गई है। इस आतंकी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 45 जवान शहीद हो गए।


अमेरिका ने पाकिस्तान पर बनाया दबाव

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान से सभी आतंकी गुटों को मदद व पनाह देना तत्काल बंद करने को कहा है। ट्रंप की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने एक बयान में कहा, "अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है वह उसकी जमीन से संचालित सभी आतंकी गुटों को मदद व पनाह देना तत्काल बंद कर दे क्योंकि क्षेत्र में हिंसा और आतंक का बीज बोना ही उनका लक्ष्य है। इस हमले से आतंकवाद से निपटने के लिए अमेरिका और भारत के बीच सहयोग और समन्वय के संकल्प को मजबूती मिली है।"

उन्होंने कहा, "बर्बर हमले में हताहत हुई जिंदगियों के लिए हम पीड़ित परिवारों, भारत सरकार और भारत के लोगों के प्रति अपनी गहरी शोक-संवेदना जाहिर करते हैं।"

चीन के विदेश मंत्रालय ने भी शुक्रवार को हमले की निंदा करते हुए उम्मीद जताई कि संबद्ध क्षेत्रीय देश आतंकवाद के खतरे से निपटने में सहयोग करेंगे और एकजुट होकर क्षेत्र की शांति व स्थिरता बनाए रखेंगे।

चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि जेएएम को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने प्रतिबंधित सूची में शामिल कर लिया है और चीन रचनात्मक और जिम्मेदराना तरीके से संबद्ध प्रतिबंधों का उपयोग जारी रखेगा।

जेएएम के एक आतंकी ने श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर पुलवामा जिले में गुरुवार को सीआरपीएफ के एक दस्ते पर कार बम से हमला किया। जम्मू-कश्मीर में 1989 में अलगाववादियों का अभियान शुरू होने के बाद किसी एक दिन में सुरक्षा बलों पर अब तक इतना घातक हमला नहीं हुआ था।

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी और चीफ एग्जिक्यूटिव अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने आतंकवाद के खिलाफ मुकाबले में देशों के बीच एकजुटता और सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।

गनी ने कहा, "आतंकवाद इस क्षेत्र में कैंसर है और इसका खात्मा करने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।"

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे एक संदेश में घटना को जघन्य अपराध बताते हुए इसकी निंदा की है। उन्होंने कहा कि हमले के मुजरिम और प्रायोजकों को निस्संदेह उचित सजा मिलनी चाहिए।

पुतिन ने भारत को आतंकवाद के विरुद्ध मजबूती से सहयोग करने की दिशा में मास्को की तत्परता दोहराई।

यूरोपीय संघ (ईयू) ने एक बयान में कहा कि भारत के रणनीतिक साझीदार के तौर पर ईयू ऐसे मुश्किल क्षण में अपनी पूरी एकजुटता दोहराता है।

सऊदी अरब ने भी इस कायराना हमले की निंदा करते हुए कहा कि वह आतंकवाद और अतिवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़ा है।

कनाडा की विदेश मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने कहा कि उनका देश आतंकवाद के विरुद्ध वैश्विक जंग के समर्थन में अडिग है।

इंडोनेशिया और आस्ट्रेलिया ने भी इस आतंकी हमले की निंदा की है।



इस हमले से भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से तनावपूर्ण कूटनीतिक संबंधों को और नुकसान पहुंचा है। नई दिल्ली ने कहा कि इस हमले में इस्लामाबाद की संलिप्तता को लेकर उसके पास सबूत है। भारत ने पाकिस्तान से तरजीही राष्ट्र का दर्जा वापस ले लिया है, जोकि पाकिस्तान को विश्व व्यापार संगठन के तहत भारत ने 1996 में प्रदान किया था।

पाकिस्तान ने हालांकि इन आरोपों को खारिज किया है कि उसका हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों के साथ संबंध है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "हम भारत सरकार और मीडिया के तत्वों के किसी भी आक्षेप को सख्ती से खारिज करते हैं।"
 

आईएएनएस
नई दिल्ली


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