यूपी, उत्तराखंड में जहरीली शराब का कहर, सहारनपुर-कुशीनगर में 21 और हरिद्वार में 12 की मौत
जहरीली और कच्ची शराब ने यूपी, उत्तराखंड में अपना कहर बरपाया है। राज्यों में कई लोगों की मौत के बाद सरकार सकते में आ गई है। यूपी सरकार ने फौरन जांच के आदेश भी कर दिए हैं.
![]() 2 राज्यों में जहरीली शराब का कहर, 33 की मौत (फाइल फोटो) |
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर और कुशीनगर जिलों में जहरीली शराब के सेवन से मरने वालों की तादाद बढ़ कर 21 हो गयी है। वहीं उत्तराखंड के हरिद्वार जिले मे जहरीली शराब के सेवन से कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई
आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि बिहार सीमा से सटे कुशीनगर में 10 लोगों ने जहरीली शराब के सेवन के बाद दम तोड़ दिया जबकि सहारनपुर में 11 लोग इस वजह से अकाल मृत्यु का शिकार हुये हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घटना को संज्ञान में लेते हुये दोषियों की धरपकड़ के लिये अधिकारियों को निर्देश दिये है। इसके साथ ही उन्होने पीड़ितों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने को कहा है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनो को दो लाख रूपये और अस्पताल में इलाज करा रहे लोगों को 50 हजार रूपये मुआवजे का ऐलान किया है।
योगी ने आबकारी विभाग के मुख्य सचिव को अगले 15 दिनों तक अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ संयुक्त आपरेशन चलाने के लिये निर्देशित किया है। पुलिस महानिदेशक से कहा गया है कि पुलिस घटना के लिये दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। जिला आबकारी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिये गये हैं। योगी ने डीजीपी को निर्देश दिये है कि वे दोनो जिलों के पुलिस अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करे और इसकी रिपोर्ट उन्हे दें।
सहारनपुर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार सीमावर्ती उत्तराखंड के रूड़की में जहरीली शराब से 10 लोगों की मृत्यु हुयी है जबकि जिले में शराब के सेवन से मरने वालो की तादाद बढ़कर 11 हो गयी है। मृतकों में नगला क्षेत्र के उमाही गांव निवासी इमरान (48), पिंटू (32), कमरपाल (32) और अरविंद (30) शामिल है। सात अन्य भी इसी गांव के निवासी बताये जाते है हालांकि उनके नाम पता नहीं चल सके हैं।
कुशीनगर में गुरूवार देर रात दो और लोगों के दम तोड़ने के साथ जिले में जहरीली शराब से मरने वालों की तादाद बढकर 10 पहुंच गयी है। इस सिलसिले में नौ अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गयी है। आबकारी निरीक्षक और विभाग के दो हेड कांसेटेबल के अलावा तरया सुजान के इंस्पेक्टर समेत चार पुलिस कर्मियों को पुलिस लाइन भेजा गया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि जहरीली शराब से बेदूपुर गांव निवासी रामवृक्ष (32) और रामनाथ (45) ने देर रात दम तोड़ दिया। इसके अलावा चंचल चौहान (45) की शराब पीने के कुछ देर बाद मृत्यु हो गयी जबकि देवा निषाद (55), हीरालाल निषाद (33) और अवध किशोर निषाद की इलाज के दौरान मृत्यु हो गयी थी।
पुलिस अधीक्षक राजीव नारायण मिश्रा ने बताया कि दो मृतकों की पोस्टर्माटम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं होने के कारण बिसरा वाराणसी भेजा गया है जबकि अन्य शवों की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। एसएचओ तरया सुजान विनय पाठक और दो कांस्टेबिलो को पुलिस लाइन भेजा गया है।
जिलाधिकारी अनिल कुमार सिंह ने इस सिलसिले में अपनी रिपोर्ट शासन को भेज दी है। उन्होने कहा ‘‘ मेरी रिपोर्ट के आधार पर आबकारी निरीक्षक हृदय नारायण पांडेय,दो हेड कांस्टेबिल और दो कांस्टेबिल को निलंबित किया गया है। ’’
स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक मौनी आमवस्या के पर्व पर कई लोगों ने देशी शराब का सेवन किया था जो बाद में एक बड़े हादसे का सबब बना।
हरिद्वार में जहरीली शराब पीने से 12 मरे, न्यायिक जांच के आदेश
उत्तराखंड के हरिद्वार जिले और सीमावर्ती उत्तर प्रदेश के कई गांवों के ग्रामीणों के जहरीली शराब के सेवन से कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और अन्य 12 की हालत गंभीर बनी हुई है।
आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि जहरीली शराब पीने से बीमार लोगों की संख्या को देखते हुए इस हादसे में मृतक की संख्या बढ़ने की आशंका जतायी है। राज्य सरकार ने तात्कालिक कार्यवाही करते हुए आबकारी विभाग के 13 अधिकारी और कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है।
प्रशासन ने इस मामले में प्रथम दृष्टया लापरवाही का मामला मानते हुए आबकारी विभाग के 13 कर्मचारियों से निलंबित कर दिया है ।
राज्य के आबकारी मंत्री प्रकाश पंत ने बताया की हरिद्वार जिले के बालपुर, भलस्या, खेड़ी, बिंदु गांव और सीमावर्ती उत्तर प्रदेश के एक गांव के 12 ग्रामीणों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई है और अन्य 12 की हालत गंभीर बनी हुई है। उन्होंने सभी दोषी अधिकारियों को दण्डित कर मामले की न्यायिक जांच कराने के निर्देश दिये है। जिले के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गये है ।
राज्य के प्रमुख सचिव आनंद वर्धन ने अवैध शराब के खिलाफ व्यापक अभियान चलाने के निर्देश देकर अवैध शराब की तस्करी करने वालों के खिलाफ धरपकड़ अभियान चलाने के निर्देश दिये हैं।
सूत्रों के अुनसार भगवानपुर के आसपास के गांवों के लोग कल किसी परिचित की तेहरवीं में आये थे। जहां कच्ची शराब का सेवन करने से कई लोगों की तबियत बिगड़ गयी और सुबह एक एक करके 12 लोगों ने दम तेड़ दिया।
प्रमुख सचिव ने घटना पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए हरिद्वार के जिलाधिकरी दीपक रावत, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मजेय खण्डूरी को फटकार लगायी।
घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे दिये गये है। पंत ने भी घटना पर शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यंमीािवेन्द्र सिंह रावत, राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने घटना पर दु:ख व्यक्त करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं।
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