बोर्ड परीक्षा से पहले छात्रों के लिये काउंसलिंग सेवाएं उपलब्ध करा रहा है CBSE

Last Updated 31 Jan 2018 08:48:02 PM IST

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सीबीएसई इस साल बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों को फरवरी से इंटरनेट, टेलीफोन और अखबारों के जरिए काउंसलिंग की सुविधा मुहैया कराएगी ताकि वे परीक्षा से जुडे तनाव से निपट सकें.


बोर्ड परीक्षा में छात्रों को काउंसलिंग : CBSE (फाइल फोटो)

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए ज्यादा वक्त नहीं बचे रहने के बीच बच्चों की दुविधा और परेशानियों को दूर करने के लिए बोर्ड हेल्पलाइन के जरिये मदद कर रही है. यह एक फरवरी से शुरू होकर 13 अप्रैल तक चलेगी. इस साल बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों को फरवरी से इंटरनेट, टेलीफोन और अखबारों के जरिए काउंसलिंग की सुविधा मुहैया कराएगी ताकि वे परीक्षा से जुडे तनाव से निपट सकें.

सीबीएसई की प्रवक्ता रमा शर्मा ने बताया कि इस साल 91 प्रधानाचार्य, विशेष प्रशिक्षित काउंसलर और मनोवैज्ञानिक टेली-काउंसलिंग में हिस्सा लेंगे ताकि परीक्षा को लेकर छात्रों की मनोवैज्ञानिक समस्याओं का निदान कर किया जा सके.

उन्होंने बताया कि इनमें से 71 परामर्शक भारत में उपलब्ध होंगे जबकि शेष 20 नेपाल, सऊदी अरब, ओमान, यूएई, कुवैत, सिंगापुर, कतर और जापान में उपलब्ध होंगे.

भारत में 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्र परीक्षा से जुडीं चिंताओं, तनाव या अन्य सवालों के लिए हेल्पलाइन नंबर 1800-11-8004 के जरिए परामर्शदाताओं से संपर्क कर सकते हैं.

छात्रों और अभिभावकों के लिए परीक्षा से पहले के परामर्श की प्रक्रिया एक फरवरी से शुरू होगी और यह 13 अप्रैल तक जारी रहेगी. समय सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक रहेगा. 

इसके अलावा, सीबीएसई के विशेषज्ञ फरवरी में बडे राष्ट्रीय अखबारों में ‘सवाल-जवाब’ के जरिए छात्रों के सवालों के जवाब देंगे. निशक्त बच्चों के लिये विशेष परामर्शकों की सेवाएं उपलब्ध होंगी.

उन्होंने कहा कि परामर्शक न सिर्फ तनाव को दूर करने में मदद करेंगे बल्कि वे यह भी बताएंगे कि बच्चे अपनी परीक्षा की तैयारी किस तरह से करें, विषयों की तैयारी किस तरह करें. इसके अलावा उन्हें अगर परीक्षा को लेकर कोई डर या घबराहट है तो उन समस्याओं को भी दूर करने में मदद करेंगे.

भारतीय विद्या भवन की प्राचार्य अंजु टंडन ने कहा कि सीबीएसई की ओर से परीक्षा कार्यक्रम जारी किये जाने के बाद लगभग सभी स्कूलों में अतिरिक्त कक्षाएं आयोजित की जा रही हैं. बच्चों की दुविधाओं को दूर करने के लिए एक घंटे की अतिरिक्त कक्षा आयोजित की जा रही है और यह अतिरिक्त कक्षा रोजाना स्कूल खत्म होने के बाद चला करेगी.



मॉडर्न स्कूल बाराखम्हा रोड के प्राचार्य डा. विजय दत्ता ने कहा कि बोर्ड परीक्षा के समय छात्रों को पठन पाठन के साथ मनोवैज्ञानिक समस्याओं का भी सामना करना पडता है. ऐसे में बच्चों के लिए तनावमुक्त रहना सबसे जरूरी है. घर में तनावमुक्त माहौल जरूरी है. इसके साथ ही स्कूल में हम बच्चों को शैक्षणिक विषयों से जुडी समस्याओं से निपटने में मदद कर रहे हैं.

भाषा


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