अयोध्या में नृत्य गोपाल से मिले श्रीश्री रविशंकर, बोले- शुरू हो रहा नया अध्याय

Last Updated 16 Nov 2017 10:27:59 AM IST

अयोध्या के मंदिर-मस्जिद मुद्दे को लेकर आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने आज अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष तथा मणिराम दास छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास से मुलाकात की.


अयोध्या में श्रीश्री रविशंकर (फाइल फोटो)

मंदिर मस्जिद विवाद को बातचीत से हल करने की कोशिश में मध्यस्थ की भूमिका में नजर आ रहे आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने महंत दास से मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा कि यहां एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है.

सौहाद्र्रपूर्ण वातावरण में बातचीत के जरिये इसका हल निकालने की कोशिश की जा रही है. उन्होने कहा कि दोनों पक्षों तथा कुछ अन्य साधु-संतों और मुस्लिम नेताओं से यहां मिलकर मुलाकात करेंगे.

रविशंकर ने महंत नृत्य गोपाल दास से श्री मणि राम दास छावनी सेवा ट्रस्ट द्वारा संचालित श्री दीन बंधु ने चिकित्सालय के हाल में करीब आधे घंटे तक अकेले में बातचीत की. उन्होने कहा कि दोनों समुदायों से मिलकर मंदिर निमार्ण का मार्ग प्रशस्त किया जायेगा.
     
उन्होने कहा कि भारत एक शान्तप्रिय देश है. यहां हर समस्या का हल आपसी बातचीत से सुलझाया जाता रहा है. महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा कि मंदिर -मस्जिद विवाद का समाधान शीघ्र होना चाहिए.     

श्रीरविशंकर दोपहर में यहां पहुंचे. वे बाबरी मस्जिद के मुद्दई रहे हाशिम अंसारी के बेटे इकबाल अंसारी और हाजी महबूब से भी मिलेंगे. वह बातचीत के जरिये इस विवाद के निपटारे की कोशिश में लगे हैं.

गौरतलब है कि अयोध्या के मंदिर-मस्जिद मुद्दे को बातचीत से हल करने की कोशिश में मध्यस्थ की भूमिका में नजर आ रहे आध्यात्मिक गुरु श्री श्रीरविशंकर आज यहां दोनों पक्ष से जुड़े लोगों के साथ ही कुछ अन्य साधु-संतों और मुस्लिम नेताओं से मुलाकात करेंगे.



श्रीरविशंकर के नजदीकी सूत्रों के अनुसार वह पक्षकार धर्मदास, निर्मोही अखाड़ा के प्रतिनिधि, श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्यगोपाल दास, सदस्य राम विलास दास वेदान्ती, बाबरी मस्जिद के मुद्दई रहे हाशिम अंसारी के बेटे इकबाल अंसारी और हाजी महबूब से मिलेंगे. वह बातचीत के जरिये इस विवाद के निपटारे की कोशिश में लगे हैं.

इससे पहले कल उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात की थी. हालांकि उनके प्रयासों को विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) और आल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड से करारा झटका मिला है.

इस बीच अयोध्या विवाद पर दोनों की मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में मंदिर निर्माण का मसला काफी गरमा गया है. गौरतलब है कि इस ऐतिहासिक मामले का बातचीत से हल करने को लेकर श्रीश्री रविशंकर ने इधर कुछ दिनों से प्रयास तेज कर दिये हैं.

दूसरी ओर मंदिर-मस्जिद विवाद से जुड़े दो प्रमुख संगठनों विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) और आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड ने स्पष्ट कह दिया कि इस मसले का हल केवल न्यायालय से ही हो सकता है. बोर्ड के सचिव और विवाद के एक प्रमुख पक्षकार सुन्नी सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के वकील जफरयाब जिलानी ने कहा कि मामला उच्चतम न्यायालय में लम्बित है, अब वहीं फैसला होगा. बातचीत से इस मसले का हल नहीं हो सकता. 

मामला अब काफी बढ़ गया है. कुछ लोग बातचीत और सुलह-समझौते की बात कर केवल सुर्खियां बटोर रहे हैं.

श्रीश्री ने कहा, अभी कुछ बोलना जल्दबाजी : श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर प्रकरण पर अभी कुछ बोलना जल्दबाजी होगी. अयोध्या जा रहा हूं. वहां जाने के बाद ही कुछ कहूंगा.  

उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने 21 मार्च को अयोध्या विवाद बातचीत से हल करने का सुझाव दिया था। कोर्ट 5 दिसंबर को अगली सुनवाई करेगी.

 

एजेंसी/समयलाइव डेस्क


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