पीएम मोदी ने दिया डिजिटल साक्षरता पर जोर, बोले डिजिटल इंडिया से सुशासन व पारदर्शिता की गारंटी

Last Updated 08 Oct 2017 05:10:17 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को आह्वान किया कि देश में किसी भी कीमत पर डिजिटल साक्षरता के मामले में विभाजन नहीं पैदा होना चाहिए.


गांधीनगर : नवनिर्मित आईआईटी बिल्डिंग के लोकार्पण अवसर पर शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान के प्रशिक्षुओं को बधाई देते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.

उन्होंने इस पर रोक लगाने और केवल ज्ञान आधारित नवाचार की जगह आवश्यकता आधारित नवाचार को बढ़ावा देने की जरूरत परबल दिया.

मोदी ने यहां आईआईटी गांधीनगर के 1700 करोड़ की लागत से निर्मित तथा 400 एकड़ में फैले नए परिसर तथा ग्रामीण डिजिटल साक्षरता मिशन के लोकार्पण के मौके पर बोल रहे थे. कार्ल मार्क्‍स की चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि एक समय में उनका वर्ग संघर्ष और विभाजन का दर्शन चलता था जो अब सिमट कर नाम मात्र का रह गया है पर डिजिटल साक्षरता के मामले में विभाजन पैदा नहीं होना चाहिए.

इस मामले में सतर्क रहना होगा कि कहीं ऐसा न हो कि कुछ लोग इसमें माहिर हों और बहुत लोगों को कुछ भी पता न हो. यह सामाजिक समरसता के लिए संकट पैदा कर सकता है. डिजिटल साक्षरता और डिजिटल इंडिया जैसे अभियान भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी प्रशासन और सुशासन की गारंटी बन सकते हैं.

व्यापारी को लालफीताशाही से बचाना है : द्वारका में उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते कि देश का व्यापारी लालफीताशाही और फाइलों तथा बाबुओं और साहबों के चक्कर लगाने के चक्कर में फंस जाए. इसलिए वित्त मंत्री ने कल जीएसटी काउंसिल में सबको राजी कर महत्वपूर्ण फैसले लिये जिनका एक स्वर में पूरे देश में स्वागत हुआ है.

हर राज्य में होंगे 15-20 हवाई अड्डे : चोटिला में मोदी ने कहा कि उड्डयन क्षेत्र के निरंतर प्रसार और उनकी सरकार की ओर से तैयार संबंधित नीति के चलते एक समय ऐसा आएगा जब हर राज्य में 15 से 20 हवाई अड्डे होंगे और छोटे-छोटे शहर भी हवाई सेवा से जुड़े होंगे.

भगवान द्वारकाधीश की पूजा की : प्रधानमंत्री ने आज विश्व प्रसिद्ध हिन्दू तीर्थस्थल द्वारका के जगत मंदिर में भगवान द्वारकाधीश की विशेष पूजा-अर्चना की. प्रत्येक दिन के लिए अलग रंग के परिधान में भगवान को सजाने की परंपरा के अनुरूप आज शनिवार होने के चलते मोदी के दौरे के दौरान द्वारकाधीश का नीले रंग के वस्त्र में श्रंगार किया गया था. 

हमने बदली विकास की परिभाषा
इससे पहले चोटिला में उन्होंने विकास की अवधारणा पर कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों की आलोचनाओं पर तंज कसते हुए कहा कि पहले एक मोहल्ले में हैंडपंप लगाना विकास होता था लेकिन हमने विकास की परिभाषा बदल कर उसे लोगों की आशा-आकांक्षाओं और खुशहाली से जोड़ने का काम किया है.

नर्मदा का पानी इस सूखी धरती को नंदन वन बनाने का काम कर रही है.

इसका सकारात्मक प्रभाव सिर्फ ग्रामीण और कृषि क्षेत्र में ही नहीं हो रहा है.

यह बात उन्होंने ग्रीलफिल्ड हवाई अड्डे का शिलान्यास करने के बाद एक जनसभा में कही. हम नर्मदा का पानी इस क्षेत्र में पाइपलाइन के जरिये लाये हैं.

मनीषा
सहारा न्यूज ब्यूरो


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